मणिपुर में हुए महिलाओं के साथ हिंसा के विरोध में विभिन्न महिला संगठनों के द्वारा रांची के अल्बर्ट एक्का चौक पर महिला सम्मान में एकजुटता दिखाते हुए काफी संख्या में महिलाओं के द्वारा विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन किया गया. इस आक्रोश प्रदर्शन में स्कूल की छात्राएं भी हाथों में तख्तियां लेकर खड़ी दिखी. प्रदर्शन कर रही महिला का कहना है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर पूरे मामले की निष्पक्षता से अभिलंब जांच होनी चाहिए. एक अन्य महिला का कहना है कि या घटना केवल मणिपुर तो सम्मान नहीं बल्कि पूरे देश से महिलाओं को सम्मान की बात है. मामले के दोषी गिरफ्तारी हुई है. इस बात की पुष्टि अभी तक सार्वजनिक नहीं हो पाई है यह कैसा माना जाए की गिरफ्तारी की गई है.
सीएम सोरेन ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र
वहीं, मणिपुर हिंसा पर देश में विरोध जारी है. अब इसी मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति 'जी मणिपुर में हिंसा पर गहरा दुख व्यक्त कर रहे हैं' यह सबसे अंधकारमय समय है और साथी नागरिक के रूप में, हम सभी मानवीय गरिमा के इस पूर्ण नुकसान से व्यथित और चिंतित हैं, भारत मणिपुर के साथ खड़ा है, मणिपुर को ठीक होना चाहिए और एक राष्ट्र के रूप में हमें मदद करनी चाहिए.
I have written to the Hon’ble President @rashtrapatibhvn ‘ji expressing deep anguish on the violence in Manipur. These are the darkest of times & as fellow citizens, we are all distressed & concerned at this absolute loss of human dignity. INDIA stands with Manipur, Manipur must… pic.twitter.com/9lWPhFi5C2
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 22, 2023
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सीएम सोरेन के बयान पर बीजेपी का पलटवार
मणिपुर की घटना को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि मणिपुर की घटना हृदय विदारक है, लेकिन घटना के बाद हमारी केंद्र की सरकार ने कर्रवाई भी की है. अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हमारी सरकार ऐसे अपराधिक चरित्र के लोगों को कभी नहीं बख्शेगी, उनपर कार्रवाई होगी. वहीं, मणिपुर की घटना पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा दिए बयान पर दीपक प्रकाश ने पलटवार करते हुए कहा कि झारखंड की सोरेन सरकार अपनी राज्य की चिंता करें. क्योंकि सोरेन सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. आए दिन झारखंड में महिला और बेटियों से बलात्कार,और अपराधिक घटनाओं का शिकार हो रही है.
कैसे शुरू हुई मणिपुर में हिंसा
- 3 मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने निकाला आदिवासी एकता मार्च
- चुरचांदपुर के तोरबंग इलाके में निकाली गई आदिवासी एकता रैली
- रैली के दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हो गई हिंसक झड़प
- भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
- 3 मई की शाम तक हालात इतने बिगड़ गए कि राज्य सरकार ने केंद्र से मांगी मदद
- बाद में सेना और पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियों को किया गया तैनात
- मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ थी रैली
- मैतेई समुदाय लंबे समय से अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की कर रहा मांग
HIGHLIGHTS
- आदिवासी महिलाओं ने किया विरोध-प्रदर्शन
- मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग
- महिलाओं ने फूंका मणिपुर सरकार का पुतला
- आदिवासी महिलाओं ने की निष्पक्ष जांच की मांग
Source : News State Bihar Jharkhand