टूटी सड़क के कारण इस गांव में नहीं हो रही लड़कों की शादी, कुंवारों की बस्ती बनता जा रहा गांव

झारखंड के सरायकेला जिले में एक अनोखा गांव है. जहां बीते 17 साल से टूटी सड़क होने के कारण गांव कुंवारों की बस्ती बनता जा रहा है. पूरा गांव 5 फरवरी को आंदोलन के मूड में नजर आ रहा हैं.

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Rashmi Rani
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17 साल से टूटी पड़ी सड़क ( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)

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झारखंड के सरायकेला जिले में एक अनोखा गांव है. जहां बीते 17 साल से टूटी सड़क होने के कारण गांव कुंवारों की बस्ती बनता जा रहा है. पूरा गांव 5 फरवरी को आंदोलन के मूड में नजर आ रहा है. जहां बस्ती वासियों ने अपने घरों के बाहर स्थानीय विधायक सह झारखंड के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन से जवाब मांग रहे हैं. अपने घरों के बाहर दीवाल पर उन्होंने चंपई सोरेन जवाब दो के नारे लिख रखे हैं.

17 साल से टूटी पड़ी है सड़क  

मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की बुरी दुर्दशा होने के कारण अब हमें सामाजिक भेदभाव का दर्द झेलना पड़ रहा है. 17 साल से ज्यादा हो चुका है जब से यह सड़क टूटनी शुरू हुई थी और आज सड़क की स्थिति बदतर हो चुकी है. इस सड़क के कारण गांव में रहने वाले लड़के विवाह नहीं कर पा रहे हैं. रिश्तेदारी के लिए आने वाले परिवार काफी देर से गांव तक पहुंचते हैं तो उन्हें भय हो जाता है कि सड़क नहीं होने से उनकी बेटियों को मूल सुविधा ही नहीं मिल पाएगी. जिसका नतीजा यह होता है कि कई बार शादियां टूट जाती है. ग्रामीणों का कहना है कि जनसभा से हम लोग अपना रोष स्थानीय विधायक के खिलाफ प्रकट करेंगे क्योंकि लगातार जीतने के बावजूद वो संवेदनशील नहीं है.

व्यापारियों को होता है नुकसान 

वहीं, गांव घरों में फेरी लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि सड़क की दशा खराब होने के कारण उनका गांव में पहुंचना काफी ज्यादा कष्टदायक होता है. जिसके बाद गांव के भीतर फेरी लगाने में घंटों लग जाते हैं. उन्होंने कहा कि अगर सड़क बन जाए तो 15 मिनट के भीतर मुख्य बाजार क्षेत्र से गांव के अंदर आकर अपना व्यापार कर पाएंगे और जिससे ज्यादा मुनाफा भी कमा पाएंगे.

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5 फरवरी को विशाल जनसभा होगी आयोजित

वहीं, पूरे मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य रमेश हांसदा के नेतृत्व में एक रणनीति तैयार की गई थी. भाजपा नेता ने बताया कि 27 सितंबर 2022 को उन्होंने यहां के सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मिलकर सरायकेला मुख्यालय उपायुक्त के पास एक पैदल मार्च भी निकाला था. जिसके बावजूद आज कई महीने बीत गए लेकिन किसी पदाधिकारी या स्थानीय जनप्रतिनिधि ने इस सड़क की सुध नहीं ली. दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने बताया कि भाजपा नेता नौटंकी कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अगले 5 फरवरी को यहां एक विशाल जनसभा आयोजित कर स्थानीय विधायक जो बीते 30 साल से जीत रहे हैं. उनसे इस सड़क के नहीं बनने का कारण पूछा जाएगा. 

रिपोर्ट - विरेन्द्र मंडल 

HIGHLIGHTS

  • कुंवारों की बस्ती बनता जा रहा है गांव
  • 5 फरवरी को आंदोलन के मूड में नजर आ रहा है गांव
  • 5 फरवरी को विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे चंपई सोरेन

Source : News State Bihar Jharkhand

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