logo-image
लोकसभा चुनाव

चंपई सोरेन ने विधानसभा में हासिल किया विश्वास मत, समर्थन में मिले 47 वोट

झारखंड में नई सरकार के गठन के बाद 5 फरवरी को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट किया गया, जहां चपई सोरेन ने विश्वास मत हासिल किया.

Updated on: 05 Feb 2024, 02:24 PM

highlights

  • चंपई सोरेन ने हासिल किया विश्वास मत
  • बीजेपी पर चंपई सोरेन ने जमकर साधा निशाना
  • कहा- गलत आरोपों में सोरेन को भेजा गया जेल

 

Ranchi:

झारखंड में नई सरकार के गठन के बाद 5 फरवरी को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट किया गया, जहां चपई सोरेन ने विश्वास मत हासिल किया. चंपई सोरेन के समर्थन में विधानसभा में कुल 47 वोट पड़े. बता दें कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सदन में विश्वास मत पेश किया. वहीं, सदन में सरकार के विश्वास मत पेश करने के बाद वोटिंग शुरू की गई थी. विश्वास मत पेश करते हुए चंपई सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष बहुमत की सरकार को गिराना चाहती है और इन्होंने हेमंत सोरेन के खिलाफ साजिश रची है.

यह भी पढ़ें- भारत जोड़ो न्याय यात्रा: रामगढ़ में राहुल गांधी करेंगे विश्राम, फिर होंगे रांची के लिए रवाना

चंपई सोरेन ने हासिल किया विश्वास मत

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 2019 में सरकार बनी, लेकिन सरकार बनने के बाद से ही बीजेपी इसे गिराने और सरकार को अस्थिर करने में लगी हुई थी. सरकार बनते ही कोरोना जैसी महामारी आ गई, लेकिन हेमंत सोरेन ने किसी को भूखा नहीं मरने दिया. राज्य के बाहर रह रहे मजदूरों को हवाई जहाज से झारखंड लाया गया. वहीं, जब कोरोना खत्म हुई तो हेमंत सोरेन ने बड़े पैमाने पर काम शुरू किया, लेकिन एक बार फिर लोग सरकार को गिराने में लग गए. 

बीजेपी पर चंपई सोरेन ने जमकर साधा निशाना

इसके साथ ही हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर चंपई सोरेन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने अपनी एजेंसी के जरिए हेमंत बाबू को जेल भेजा और सरकार गिरा रही है, लेकिन वह सोरेन के सभी काम और योजनाओं को आगे लेकर जाएंगे. हेमंत सोरेन ने गरीब बच्चों का विदेश में पढ़ने का सपना पूरा किया. वहीं, राज्य बनने के बाद झारखंड में विपक्ष की सरकार बनी, जिन्होंने यहां का खनिज और माइंस को लूट लिया. आदिवासी और मूलवासी को क्या मिला? जब भी झारखंड में आदिवासी मूलवासी की सरकार बनी है, इन्हें दर्द होने लगा है. हेमंत सोरेन को ऐसे मामले में जेल भेजा गया, जिसका ना तो खाता है और ना ही बही. अब चंपई सरकार को विश्वास मत हासिल हो चुका है.