8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. मंगलवार को देश-दुनिया में यह ग्रहण देखने को मिलेगा, यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. भारत में इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा. इस वजह से ग्रहण का सूतक काल भी मान्य होगा. सूतक काल ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले ही लगेगा. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण की घटना को अशुभ माना जाता है. ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और शुभ कार्य करने की मनाही होती है. बता दें कि 15 दिनों के अंतराल में यह दूसरा ग्रहण लगने जा रहा है, इससे पहले 25 अक्टूबर को यानि की दिवाली के अगले दिन ही कार्तिक अमावस्या के दिन लगा था. साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगा था. भारत में यह चंद्रग्रहण शाम होते ही दिखाई देने लगेगा, . ग्रहण की परिमाण 1.36 होगा.
ग्रहण का समय
प्रारंभ (चंद्रोदय के साथ) – 05:32 अपराह्न
समाप्त – 06:18 अपराह्न
स्थानीय ग्रहण की अवधि – 45 मिनट 48 सेकंड
सूतक का समय
सूतक काल का समय- सुबह 9 बजकर 21 मिनट से शुरू होगा
चंद्रग्रहण का सूतक सुबह 09 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगा और सूतक काल शाम 06 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा. सूतक काल प्रारंभ होने के बाद पूजा-पाठ आदि शुभ व मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.
चूंकि यह पूर्ण ग्रहण है, इसलिए अधिकतम ग्रहण के समय चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाएगा. गर्भनाल के अंदर चंद्रमा का हिस्सा केवल पृथ्वी के वायुमंडल के माध्यम से अपवर्तित सूर्य के प्रकाश और एक लाल रंग से प्रकाशित होगा. समग्रता की सबसे लंबी अवधि 1 घंटा 24 मिनट और 28 सेकंड होगी.
देव दीपावली से 1 दिन पहले चंद्र ग्रहण
8 नवंबर को लगेगा. खास बात यह है कि इस दिन देव दीपावली भी है इसलिए देव दीपावली ग्रहण से एक दिन पहले मनाई जा सकती है.
Source : News State Bihar Jharkhand