Christmas 2022: क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्यौहार है. ऐसा माना जाता है ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था. क्रिसमस को लोग 'बड़ा दिन' भी कहते हैं. यह त्यौहार साल के आखिर हफ्ते में पूरी दुनिया में उत्साह के साथ मनाया जाता है. बता दें कि क्रिसमस पर्व को लेकर ईसाई समुदाय के लोग खरीदारी में जुटे हुए हैं. साथ ही साथ अपने- अपने घरों को सजा रहे हैं. क्रिसमस को लेकर बाजारों में रौनक दिखने लगी है. सजावट के सामान मिलने लगे हैं, जिसमें की सैंटा क्लॉस कॉस्टयूम एक्समस ट्री व अनेक प्रकार के सजावट की सामग्री देखने को मिल रही है. लोगों का कहना है कि क्रिसमस हम बड़े उत्साह से मनाते हैं, जिसको लेकर हम काफी पहले से इसकी तैयारियां करते हैं. क्रिसमस के दिन हम अपने परिवार वालों के संग खुशियां मनाते हैं और अनेक तरह के पकवानों का लुफ्त उठाते हैं.
क्रिसमस को लेकर सजा बाजार
लोगों ने चरणी सजाने के लिए सामग्रियां ले आई है और आज रात 12:00 बजे से क्रिसमस का आगाज हो जाएगा. क्रिसमस की सजावट का सामग्री बेचने वाले दुकानदार बताते हैं कि इस बार लोग चाइनीज सामानों की कम खरीदारी कर रहे हैं. भारत में बने सामानों को लोग तवज्जो दे रहे हैं. साथ ही साथ ₹20 से लेकर 2000 तक के सामान लोगों के द्वारा खरीदी जा रही है. पहले की तुलना में इस साल लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. वहीं, हजारीबाग के मुख्य चर्च के फादर ने बताया कि पिछले 2 सालों से कोविड-19 के कारण क्रिसमस मनाने में काफी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
इस बार शाम 4:00 बजे से ही चरणी के सजाने और प्रार्थना सभा कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी. जो कि रात लगभग 1:00 बजे तक यीशु मसीह के जन्म तक मनेगा. 25 जनवरी यानी क्रिसमस के दिन सुबह 7:00 बजे से प्रार्थना सभा शुरू हो जाएगी. बताया गया कि इस बार लोग काफी उत्साहित है कि एक साथ मिलकर इस मुख्य त्यौहार क्रिसमस को लोग मनाएंगे.
HIGHLIGHTS
- क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्यौहार
- ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था
- क्रिसमस को लेकर सजा बाजार
Source : News State Bihar Jharkhand