झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीएस कॉलेज स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय बिरसा हरित ग्राम योजना सम्मान समारोह में शामिल हुए. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा बिरसा हरित ग्राम योजना के लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. इस दौरान उन्होंने लाभुक किसान से अपने अनुभव साझा किए.मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 20 सालों में कई योजनाएं कागजों में सिमट कर रह गई है. हमारा झारखंड जंगलों पहाड़ों से घिरा हुआ है. कई गांवों तक तो अधिकारी नहीं पहुंचते तो योजना कहा से पहुंचेगी. इसी को देखते हुए हमने योजनाओं का जायजा लेने के लिए ये योजना बनाई है. जिससे किसानों को लाभ मिलेगा. वहीं, उन्होंने कहा कि हमने कई योजना को महामारी में शुरू किया जिसका आज किसानो को लाभ मिल रहा है.
जहां महामारी से लोग मर रहे थे, उस समय हमने अच्छा कार्य कर लोगों को राहत पहुंचाया है. हमारे राज्य में न अच्छा अस्पताल है ना सुविधा फिर भी हमने महामारी में बेहतर कार्य किया है. वहीं, उन्होंने कहा कि अब सभी श्रेणी के लोगो को पेंशन मिलेगी उसके लिए अब कोई ए पी एल बीपीएल कार्ड की जरूरत नहीं है और जो अधिकारी स्वीकृत नहीं करेगा उसपर भी करवाई की जाएगी.
पहले 1 एकड़ पर फलदार वृक्ष लगाने की योजना थी, लेकिन अब हम 50 एकड़ भूमि में भी पेड़ लगाने का कानून बनाएंगे. लोग सिर्फ आम का पेड़ लगाते हैं सिर्फ आम का पेड़ के अलावे पपीता, नींबू, लीची, कठहल जैसे पेड़ लगाए जिससे आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी.
इनपुट - गौतम लेनिन
Source : News Nation Bureau