झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन और कांग्रेस विधायकों के ठिकानों पर आईटी की छापामारी के खिलाफ शनिवार को यूपीए ने रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में जोरदार प्रदर्शन किया. उधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामगढ़ जिले के चितरपुर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने केंद्र के पास झारखंड के बकाया एक लाख छत्तीस हजार करोड़ की रकम की मांग बार-बार उठाई तो हमारी सरकार को गिराने के षड्यंत्र के तहत ईडी, आईटी जैसी केंद्रीय एजेंसियों को लगा दिया गया. उन्होंने कहा कि भाजपा के षड्यंत्रों के खिलाफ सड़क से सदन तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी. षड्यंत्रकारी ताकतों को फिर मुंह की खानी पड़ेगी.
रांची में राजभवन के समक्ष झामुमो की राज्यसभा सांसद महुआ माजी और अन्य नेताओं की अगुवाई में पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी केंद्र की मोदी सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. सांसद महुआ माजी ने कहा कि भाजपा झारखंड की लोकतांत्रिक सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. ईडी जिन मामलों की जांच कर रही है उसमें पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का भी नाम है, लेकिन ईडी उनसे पूछताछ क्यों नहीं कर रही. भाजपा के और भी कई लोग हैं घोटालों में शामिल हैं, कइयों के खिलाफ मामले भी दर्ज हैं, आखिर ईडी वहां क्यों नहीं जा रही है? कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने की साजिश किसी हाल में सफल नहीं होने दी जाएगी.
गढ़वा जिले में राज्य सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर की अगुवाई में हजारों लोगों ने रैली निकाली और समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि झारखंड की सरकार को अस्थिर करने के लिए संवैधानिक संस्थाओं का जिस तरह दुरुपयोग किया जा रहा है, वह लोकतंत्र का शर्मसार करने वाला है. इसी तरह गिरिडीह में विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और सरफराज अहमद की अगुवाई में झामुमो, कांग्रेस और राजद के कार्यकतार्ओं ने बड़ा जुलूस निकाला और धरना दिया. हजारीबाग, धनबाद, डाल्टनगंज सहित अन्य जिलों में भी यूपीए के नेताओं ने धरना-प्रदर्शन किया.
Source : IANS