मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रोजेक्ट भवन में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस योजना के तहत राज्य सरकार 100% स्कॉलरशिप देकर मेधावी छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए भेजती है. वहीं, इस कार्यक्रम में मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री हफीजुल हसन के साथ तमाम अधिकारी मौजूद रहे. बता दें कि 2021 में शुरू हुई इस योजना के तहत राज्य सरकार अपने खर्चे पर छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए भेजती है. वहीं, सीएम के नेतृत्व में छात्रों का तीसरा जत्था विदेश में पढ़ने के लिए रवाना हुआ. इस बार राज्य सरकार ने 25 छात्रों को पढ़ने के लिए विदेश भेजा है. इन सभी छात्रों के विदेश में पढाई का पूरा खर्च प्रदेश सरकार उठाएगी. बता दें कि पहली बार 2021 में 6 बच्चे विदेश गए थे. वहीं, इस बार एसटी कोटे से 10 स्टूडेंट, एससी कोटे से 5, पिछड़ा जाति से 7 और 3 अल्पसंख्यक छात्रों को विदेश भेजा गया है.
क्या है जयपाल सिंह मुंडा स्कॉलरशिप?
- मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्कॉलरशिप की शुरुआत 2021 में हुई.
- हेमंत सोरेन की सरकार ने बेहतर शिक्षा को लेकर योजना की शुरूआत की.
- इसके जरिए ST, SC, OBC और माइनोरिटी छात्रों को विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा.
- छात्रों को ब्रिटेन और आयरलैंड के 110 यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका मिलेगा.
- छात्र 31 अलग-अलग विषयों में मास्टर्स और एमफिल कर सकते हैं.
इन यूनिवर्सिटीज में पढ़ने का मौका
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- कैंब्रिज यूनिवर्सिटी
- इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन
- यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
- लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस
- इडिंगबर्ग यूनिवर्सिटी
- किंग्स कॉलेज लंदन
- एसओएएस यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन
- यूनिवर्सिटी मैन्चेस्टर
- यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल
- यूनिवर्सिटी ऑफ वाटर विक
- यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग
- यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स
- लाफबर्ग यूनिवर्सिटी
HIGHLIGHTS
- रांची छात्रों को 'भविष्य' की सौगात
- झारखंड के छात्रों को सीएम सोरेन का 'तोहफा'
- छात्रों का तीसरा जत्था पढ़ने के लिए विदेश रवाना
- राज्य सरकार ने 25 छात्रों को पढ़ने के लिए विदेश भेजा
Source : News State Bihar Jharkhand