गुमला जिले के बसिया प्रखंड कुम्हारी पंचायत के झापाटोली गांव में 20 ईसाई परिवार को सरना समाज में घर वापसी करवाया गया. इस घर वापसी का कार्य पूरी विधि विधान के साथ बुद्धेश्वर पहान ने कराया. जिसमें मुख्य अतिथि हिन्दू जागरण मंच झारखंड प्रदेश परावर्तन प्रमुख संजय वर्मा उपस्थित रहे. आपको बता दें कि 2 साल पहले झापाटोली ग्राम के उरांव परिवार ईसाई मिशनरियों के प्रलोभन और चंगाई के दलदल में फंसकर धर्मांतरण कर लिया था. जिसके बाद ये लोग ईसाई बनकर रहने लगे, फिर जब उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ तो सरना समाज में घर वापसी करने की अपनी इच्छा जताई.
धर्मांतरण कर ईसाई बने 20 लोगों ने फिर से अपनाया सरना धर्म
जिसके बाद हिन्दू जागरण मंच झारखंड के द्वारा गांव पहुंचकर परावर्तन प्रमुख संजय वर्मा के नेतृत्व में ईसाई धर्म अपनाया. इसमें लक्ष्मण उरांव, बिरसा उरांव, सुजीत उरांव, सुकरो उरांव, मुन्नी देवी, हजारी उरांव, चंद उरांव, रेखा उरांव, बसंती तिग्गा, बंधा उरांव, पाकू उरांव, रिंकू उरांव, सोमो उरांव, पनिया उरांव सहित 20 लोगों की घर वापसी करवाई गई. सरना धर्म में वापसी कर सभी लोग काफी खुश नजर आए.
लोगों ने जताई थी धर्म वापसी की इच्छा
संजय वर्मा ने कहा कि जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी हुई, उसके बाद उन्होंने इन लोगों से संपर्क किया और इन लोगों ने खुद ही अपने धर्म में वापसी की बात कही. उसके बाद कार्यक्रम करवाकर सभी को वापस सरना धर्म में लाया गया है. ऐसा नहीं है कि इस तरह का मामला पहली बार आया है. इसके पहले भी इस तरह का मामला सामने आया है, जहां भोले- भाले ग्रामीणों को बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन करवाया जाता है.
प्रलोभन देकर गरीब लोगों का धर्म परिवर्तन
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार से इसको लेकर सख्त कानून बनाने की मांग की है. वहीं, जब इन लोगों की घर वापसी हो रही थी, तब लोगों में काफी भावुकता भी देखने को मिल रही थी. लोगों ने कसम खाया कि उनकी स्थिति कितनी भी खराब क्यों ना हो जाए, वे लोग कभी भी धर्म परिवर्तन नहीं करेंगे. गुमला, लोहरदगा, लातेहार व सिमडेगा जैसे गरीब पिछड़े क्षेत्रो में इस तरह के मामले काफी देखने को मिलते हैं, क्योंकि गरीबी की वजह से कई बार लोगों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवा दिया जाता है.
HIGHLIGHTS
- प्रलोभन देकर कराया गया था धर्मांतरण
- सरना धर्म में 20 लोगों ने की वापसी
- 2 साल पहले अपनाया था ईसाई धर्म
Source : News State Bihar Jharkhand