लातेहार से नक्सलियों को खदेड़ने में जो साहस सुरक्षा बल के जवान दिखा रहे हैं, वो किसी से छिपा नहीं है. सुरक्षा बलों के ही अदम्य साहस से नक्सलियों के सबसे सुरक्षित ठिकानों बुलबुल जंगल, बूढ़ा पहाड़ और पेशरार जैसे घोर नक्सल प्रभावित इलाकों से नक्सलियों का सफाया हो पाया है. अब सुरक्षा बल के जवान उन इलाके के बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक कर उनका बेहतर भविष्य गढ़ने की कवायद में जुटे हुए हैं.
स्कूलों में रहता था संनाटा
आपको बता दें कि लातेहार में कभी नक्सलियों का इतना खौफ था कि स्कूलों में संनाटा पसरा रहता था. सुरक्षा बलों के अदम्य साहस से आज यहां के स्कूल फिर से गुलजार हैं और यहां के बच्चे स्कूल आकर बेखौफ होकर पढ़ाई कर रहे हैं. ये इलाका पूरी तरह से नक्सलियों से मुक्त हो चुका है. अब सीआरपीएफ के जवान इन नक्सल प्रभावित इलाकों के बच्चों को शिक्षित करने के प्रयास में जुटे हैं. जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर, ओरिया में सीआरपीएफ 214 बटालियन 15 दिनों तक नजदीकी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को बेसिक कंप्यूटर की शिक्षा दे रहा है. सीआरपीएफ के इस पहल से बच्चों में खासा उत्साह भी नजर आ रहा है, जो वे कुछ इस तरह से बयां भी कर रहे हैं.
बच्चों से सीआरपीएफ की अपील
इस संबंध में सीआरपीएफ 214 बटालियन के कमांडेंट केडी जोशी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों से अपील करते हुए कहा है कि नजदीकी स्कूलों के छात्र-छात्राएं अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस प्रशिक्षण का लाभ उठाएं. क्योंकि सिखाने वाला तब तक सफल नहीं होता जब तक सीखने वालों में इसके प्रति जुनून न हो. केडी जोशी ने आगे ये भी कहा कि ये सिविक एक्शन के तहत भारत सरकार की योजना है, जिसके तहत ये कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
मिलेगा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
बच्चों को सीआरपीएक के प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. सीआरपीएफ की इस पहल से ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि सीआरपीएफ की इस पहल से न सिर्फ बच्चे शिक्षित होंगे. बल्कि गांव से बाहर निकलकर बड़े शहरों में नौकरी कर सकेंगे. जिससे गांव का भी नाम रौशन होगा.
रिपोर्ट : गोपी कुमार सिंह
HIGHLIGHTS
- CRPF ने की शिक्षा को लेकर पहल
- स्कूलों में रहता था संनाटा
- बच्चों से सीआरपीएफ की अपील
- मिलेगा प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
Source : News State Bihar Jharkhand