धनबाद में सड़क चौड़ीकरण के मुआवजे में गड़बड़ी का बड़ा मामला सामने आया है. जहां जमीन की गलत रिपोर्ट के सहारे करोड़ों की सरकारी राशि का गबन कर लिया गया. दरअसल सालों से जिले में जीटी रोड NH-29 के चौड़ीकरण की मांग की जा रही थी. मांग पर सुनवाई हुई और सड़क चौड़ीकरण को मंजूरी मिल गई. इसके लिए जमीन का अधीग्रहण किया गया. इसमें से 60 डीसमिल जमीन शारदा पुस्तकालय से भी अधिग्रहित की गई. नियमों के मुताबिक पुस्तकालय समिति को जमीन के बदले मुआवजा राशि दिया जाना था, लेकिन चौड़ीकरण हो जाने के बाद भी अभी तक मुआवजा राशि प्रभावितों के खातों में नहीं पहुंची है.
मुआवजा राशि के लिए समिति ने भू-अर्जन कार्यलय और अंचल कार्यलय में जमीन से जुड़े कागजात भी जमा करा दिए. बावजूद भुगतान नहीं किया गया. जबकि एक करोड़ 18 लाख 8 हजार की राशि बोकारो निवासी मनोहर महतो के बैंक खाते में जमा करवा दिए गए. अब इस पूरे मामले में अंचलाअधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. शारदा पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष का कहना है कि गोविंदपुर अंचल अधिकारी ने मनोहर महतो से मिलीभगत कर भू-अर्जन कार्यलय को जमीन से जुड़ी गलत रिपोर्ट भेज दी. जिसके चलते मनोहर महतो के खाते पैसे जमा कर दिए गए और पुस्कालय समिति के लोग आज भी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. वहीं, पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष ने मामले को लेकर हाइकोर्ट में रीट दायर करने की बात भी कही है.
जब हमारी टीम ने आरोपों को लेकर गोविंदपुर सीओ से संपर्क करने की कोशिश की तो उनसे कोई बात नहीं हो पाई. हालांकि इस पूरे मामले पर भू-अर्जन पदाधिकारी अमर प्रसाद का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
रिपोर्ट : नीरज कुमार
HIGHLIGHTS
- सड़क चौड़ीकरण में फर्जीवाड़ा!
- प्रभावितों को नहीं मिली मुआवजा राशि
- पुस्तकालय समिति से जमीन अधिग्रहण
- समिति सदस्य काट रहे दफ्तरों के चक्कर
Source : News State Bihar Jharkhand