डॉक्टरों को धरती के भगवान की उपाधि मिली है, लेकिन अगर डॉक्टर की कारस्तानी ही मरीज के लिए आफत बन जाए तो? कुछ ऐसा ही हुआ रामगढ़ में, जहां मरीज का पेट चीरने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया. दरअसल मरीज के पेट में ट्यूमर था. जब परिजन उसे अस्पताल लेकर आए तो नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने परिजनों को ऑपरेशन की बात कही. लिहाजा परिजनों ने भी तुरंत हामी भर दी, लेकिन ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर मरीज के पेट को खोलने के बाद डॉक्टरों को पता चला कि पेट के अंदर ट्यूमर है.
पुलिस को आना पड़ा
ट्यूमर देखते ही डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर दिया और मरीज को दूसरी ले जाने की बात कह दी. डॉक्टर का फरमान सुनकर परिजन हक्के बक्के रह गए. भला ऐसी हालत में मरीज को कहां ले जाया जा सकता था. इलाज से मना करने पर गुस्साए परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. बवाल हुआ तो पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने दोनों पक्षों की बात जानी. जिसके बाद जाकर अस्पताल ने अपनी गलती मानी और परिजनों के इलाज में खर्च पैसों को वापस किया. साथ ही आनन-फानन में मरीज को एंबुलेंस से बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया.
अस्पताल ने मानी अपनी गलती
हंगामा होने पर भले ही अस्पताल ने अपनी गलती स्वीकार कर ली, लेकिन हर मामले में अस्पताल प्रबंधन ऐसा नहीं करता. प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के नामपर पैसे तो ऐंठे जाते हैं, लेकिन लापरवाही का आलम भी खूब रहता है. ऐसे में मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले अस्पतालों और डॉक्टरों पर कार्रवाई की जरूरत है.
रिपोर्ट : अनुज
HIGHLIGHTS
- डॉक्टर की बड़ी लापरवाही
- मरीज की जान पर बन आई
- पेट चीरने के बाद ऑपरेशन बीच में छोड़ा
- मरीज की जान से खिलवाड़ के बाद परिजनों का हंगामा
Source : News State Bihar Jharkhand