झारखंड के जमशेदपुर में सरकारी चिकित्सक डॉ. कमलेश उरांव के साथ मरीज के परिजनों के द्वारा मारपीट की गई थी. मारपीट के बाद झारखंड के चिकित्सक आक्रोशित हो गए थे. शुक्रवार को आईएमए और झांसा के संयुक्त बैठक के बाद सभी सरकारी एवं गैर सरकारी चिकित्सक हड़ताल पर चले गए थे. लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन अब इस हड़ताल को खत्म कर दिया गया है. इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. वहीं, पुलिस ने आगे की कार्रवाई की भी बात कही है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल को किया गया खत्म
एमजीएम अस्पताल में डॉक्टर के साथ मारपीट मामले में अनिश्चितकालीन हड़ताल को खत्म कर दिया गया है. डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले मुख्य आरोपी के साथ चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिसके बाद डॉक्टर ने यह हड़ताल खत्म कर दिया. आईएम एमजीएम अस्पताल के डॉक्टरों सभी ने बात कर यह हड़ताल खत्म किया है. साथ ही साथ डॉक्टरों की जो अन्य मांगी थी. उसे भी पूरा किया गया है. एमजीएम अस्पताल में पुलिस द्वारा सुरक्षा बढ़ाया गया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है. एमजीएम अस्पताल में मौजूद आईएमए की टीम ने खुद आकर सभी डॉक्टरों को हड़ताल वापस लेने की घोषणा की है.
ओपीडी सेवा सुबह से थी बंद
आपको बता दें कि गढ़वा सदर में ओपीडी सेवा आज बंद कर दी गई थी. वहीं, एमरजेंसी सेवा चालू थी. सदर अस्पताल के मीटिंग हॉल में आईएमए एवं झांसा की संयुक्त बैठक कर जमशेदपुर की घटना की निंदा की गई. आईएमए सचिव डॉ निशांत एवं झांसा सचिव टी पीयूष ने कहा की घटना निंदनीय है. मारपीट नहीं होनी चाहिए थी और भी तरीका था, आप कानून का सहारा ले सकते थे.
HIGHLIGHTS
- झारखंड के चिकित्सक हो गए थे आक्रोशित
- अनिश्चितकालीन हड़ताल को किया गया खत्म
- ओपीडी सेवा सुबह से थी बंद
Source : News State Bihar Jharkhand