दुमका में एक बार फिर निर्भया जैसी कांड ने लोगों को हिला कर रख दिया है. आखिर जीवन से जंग लड़ रही पीड़िता ने रांची रिम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि पिछले 23 अगस्त को शहर के जरुवाडीह की रहने वाली 12वीं की छात्रा का ये हाल पड़ोस के शाहरुख़ नामक एक सरफिरे आशिक ने की. दरअसल, एक तरफा प्यार में असफल होने पर वह पीड़िता के घर पहुंची और घर के पीछे की खिड़की के सहारे सोयी हुई अंकिता के शरीर पर बोतल से पेट्रोल छिड़क उसे आग के हवाले कर दिया. आग के लपटों से लिपटी मासूम चीखती-चिल्लाती रही, जिसके बाद जब घरवालों ने उसकी आवाज सुनी तो मौके पर पहुंच पहले तो आग बुझाया और फिर पीड़िता को दुमका फूलो झनों मेडिकल अस्पताल मे भर्ती कराया गया.
जहां देर शाम चिकित्सकों ने पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिये रांची रिम्स रेफर कर दिया गया, लेकिन रविवार को अंकिता जीवन की जंग हार गई. इधर भाजपा ने इस घटना को लेकर दुमका उपायुक्त को आवेदन देकर आरोपी के खिलाफ फ़ास्टट्रैक कोर्ट में मामला दाखिल कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की थी. वहीं जिला प्रशासन ने इलाज के लिए पीड़िता के पिता संजीव सिंह को एक लाख का चेक सौंपा था. इधर पीड़िता की दादी विमला देवी ने बताया था कि घटना के दिन सोए हुए अवस्था मे शाहरुख़ ने अंकिता को पेट्रोल डाल कर आग के हवाले कर दिया था और खुद तमाशा देख रहा था.
जब लोग अंकिता के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर जुटने लगे तो आरोपी भाग खड़ा हुआ. इधर सूचना पाकर पहुंची पुलिस और मैजिस्ट्रेट ने अंकिता का 164 का बयान लिया था, जिसमें अंकिता ने छेड़ने और आरोपी द्वारा आग लगा देने की बात कही थी. जिसकी पुष्टि दुमका के SDPO नूर मुस्तफा ने की थी. अंकिता के बयान के बाद पुलिस ने आरोपी शाहरुख़ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
उपराजधानी में दिल्ली की तरह ही निर्भया जैसे कांड ने लोगों को अंदर से हिला कर रख दिया है. बहरहाल दुमका में अंकिता का दुखद अंत हो गया, लेकिन दुमका मे हो रही ऐसी घटना को लेकर अभिभावकों में अपनी लड़की को लेकर सुरक्षा के लिहाज से भय सताने लगा है.
Source : News Nation Bureau