दुमका पेट्रोल कांड की पीड़िता मारुति की मौत हो गई. रांची के रिम्स में मारुति जिंदगी की जंग हार गई. मौत होने से महज कुछ देर पहले दुमका सांसद सुनील सोरेन ने परिसदन में प्रेस वार्ता की थी. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने जानकारी दी कि पीड़िता के बेहतर इलाज के लिए भाजपा द्वारा ₹200000 का आर्थिक मदद किया गया है. साथ ही उन्होंने सरकार से उसके बेहतर इलाज की मांग की. सांसद सुनील सोरेन ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृति ना हो, इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे. लोगों के अंदर कानून का भय व्याप्त हो. इसके लिए शासन और प्रशासन को प्रयास करनी चाहिए. सांसद के प्रेस वार्ता के समाप्त होते ही मारुति की मौत की खबर दुमका पहुंच गई.
इस तरह की घटनाओं में दुमका में पूर्व में जमकर राजनीति हो चुकी है तो सवाल उठता है कि क्या ताजे मामले में भी राजनीति शुरू हो गई है. सवाल यह भी है कि क्या यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा है? अंकिता सिंह की मौत के बाद पेट्रोल डालकर जलाने का एक ट्रेंड चल चुका है. आखिर एक तरफा प्यार में कब तक दुमका की बेटियां इस कदर जलती रहेगी? इस तरह की घटना से ना सिर्फ दुमका बल्कि पूरा झारखंड शर्मसार हो रहा है. इस पर अंकुश लगाने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर सभी को सामने आना होगा. चाहे वह आम नागरिक हो, राजनीतिक दल के नेता हो या फिर शासन या प्रशासन के लोग. इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले लोगों के अंदर कानून का भय क्यों नहीं है, सवाल यह भी है? इसलिए अभी भी समय है कि हत्या के इस तरह के ट्रेंड को रोकने के लिए सभी को आगे आना होगा अन्यथा आने वाला समय और भयावह हो सकता है.
Source : News State Bihar Jharkhand