डुमरी उपचुनाव में की तैयारियां जोरों पर है, जहां चुनाव से पहले पक्ष और विपक्ष ने शक्ति प्रदर्शन किया. चुनावी समर में I.N.D.I.A की तरफ से बेबी देवी और एनडीए की तरफ से आजसू की यशोदा महतो के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. ऐसे में नामांकन के आखिरी दिन बेबी देवी और एनडीए की प्रत्याशी यशोदा देवी ने अनुमंडल कार्यालय डुमरी पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया. जहां इंडिया की प्रत्याशी बेबी देवी के साथ नामांकन के दौरान JMM विधायक मथुरा महतो, पूर्व विधायक जयमंगल सिंह समेत कई नेता मौजूद रहें तो वहीं एनडीए प्रत्याशी यशोदा देवी के साथ आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, पूर्व सांसद डॉ. रविन्द्र राय के साथ विधायक रणधीर सिंह और बीजेपी नेता मौजूद दिखे.
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डुमरी उपचुनाव का शंखनाद
डुमरी उपचुनाव झारखंड में 2024 से पहले पार्टियों के लिए लिट्मस टेस्ट की तरह है. चुनावी रण में INDIA और NDA दोनों ने ही महिला उम्मीदवारों को उतारा है. जहां एक तरफ NDA की यशोदा महतो के पास राजनीति अनुभव है, तो वहीं दूसरी ओर बेबी देवी के पास सहानुभूति का लाभ.
उम्मीदवारों ने भरा नामांकन
बात करें यशोदा महतो की तो यह लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं. यशोदा महतो स्व. दामोदर महतो की पत्नी हैं. दामोदर महतो AJSU के केंद्रीय सचिव थे. यशोदा महतो साल 2019 में चुनाव लड़ चुकी हैं. डुमरी विधानसभा से यशोदा महतो ने चुनाव लड़ा था. जगरनाथ महतो से यशोदा महतो को हार मिली थी. 34 हजार से ज्यादा वोटों से यशोदा महतो को हार मिली थी.
यशोदा महतो को कुल 36 हजार 840 वोट मिले थे. जहां NDA ने आजसू की उम्मीदवार को चुनावी रण में उतारा है.
5 सितंबर को होगा मतदान
वहीं, दूसरी ओर बेबी देवी सत्ता पक्ष की ओर से दिवंगत नेता जगरनाथ महतो की पत्नी हैं और वह JMM की पारंपरिक सीट को बचाने की कोशिश करेंगी. हालांकि बेबी देवी को पहले ही हेमंत कैबिनेट में जगह मिल चुकी है. बता दें कि बेबी देवी दिवंगत नेता जगरनाथ महतो की पत्नी हैं. उनका जन्म धनबाद के गोमो में किसान परिवार में हुआ. बेबी देवी के दो भाई और एक बहन हैं. बेबी देवी राजनीति से हमेशा दूर रही हैं.
यशोदा महतो Vs बेबी देवी
डुमरी के चुनावी रण के लिए NDA और महागठबंधन सरकार ने अपने-अपने उम्मीदवारों को उतार दिया है. लेकिन सवाल उठता है कि डुमरी के रण में बाजी कौन मारेगा. दरअसल, डुमरी सीट को JMM का पारंपरिक गढ़ माना जाता है. हालांकि इस सीट पर दूसरी पार्टियों के प्रत्याशी भी जीते हैं. डुमरी में महतो, मुस्लिम और आदिवासी JMM के मजबूत वोट बैंक हैं. 1977 से 2019 तक डुमरी में कुल दस चुनाव हुए. लालचंद महतो तीन बार, शिवा महतो तीन बार और चार बार जगरनाथ महतो जीते. हालांकि बीजेपी और आजसू सामाजिक समीकरण को साधने में जुटी है. डुमरी का चुनावी इतिहास देखें तो यहां JMM की हमेशा से पकड़ अच्छी रही है, लेकिन रामगढ़ उप चुनाव में जीत का स्वाद चख चुकी NDA इस चुनाव को भी जीतने की पूरी कोशिश करेगी.
HIGHLIGHTS
- डुमरी उपचुनाव का शंखनाद
- उम्मीदवारों ने भरा नामांकन
- 5 सितंबर को होगा मतदान
Source : News State Bihar Jharkhand