धनबाद कोयलांचल में दुर्गोत्सव लोग उत्साह के साथ धूमधाम से मना रहे हैं. जगह जगह पंडाल लगे हैं और तरह तरह की मूर्तियां देखने को मिल रही है. दुर्गापूजा की धूम इतनी है कि अमेरिका के शिकागो से एक महिला इसे देखने के लिए भारत आई है. दूसरे देशों में भी अब इस त्योहार की धूम है. महिला का कहना है कि 10 साल बाद वो भारत आई है. उसका सपना था कि वो राजमहल को अपने आंखों से देखे. उसका ये सपना अब पूरा हो गया है, क्योंकि राजमहल महल का द्वार आम लोगों के लिए दुर्गापूजा में खोल दिया जाता है.
आज भी राज परिवार के लोग रहते हैं यहां
दरअसल, कतरास में आज भी राज परिवार के लोग रह रहे हैं. दुर्गापूजा राज परिवार परंपरागत तरीके से वर्षों से करते चले आ रहे हैं. दुर्गापूजा में राज परिवार आम जनों के लिये द्वार खोल देते है. जिससे कि हर कोई राजमहल को देखने पहुंचते हैं. अमेरिका के शिकागो में रहने वाली मुनमुन दत्ता सालों बाद अपने परिवार के साथ दुर्गापूजा में अपने मायके कतरास आई है.
राजमहल महल को देखने की इच्छा बचपन से थी
मुनमुन दत्ता ने बताया कि उसे बचपन से ही राजमहल महल को देखने की इच्छा थी, लेकिन राज महल देख नहीं पाई थी. दुर्गापूजा में महल का द्वार आमजनों के खोले दिए जाने से यह इच्छा सभी की पूरी हो जाती है. अमेरिका में रहने वाली मुनमुन की राज महल देखने की इच्छा पूरी नहीं हो पाई थी. दुर्गापुजा में राज महल का द्वार खोले जाने से राजमहल देखने की इच्छा पूरी हो गई है.
10 साल बाद आई भारत
अमेरिका शिकागो से मायके कतरास पहुंची मुनमुन दत्ता ने कहा कि बचपन से दूर से ही राजमहल देखा करती थी. अंदर आने का मौका कभी नहीं मिला था, लेकिन 10 साल बाद जब मैं अपने मायके पहुंची तो आज राजपरिवार द्वारा राजमहल द्वार सभी के लिये खोले जाने की जानकारी मिली. जिसके बाद पूरे परिवार के साथ यहां आई है. राजमहल का वो ढांचा जो हम लोग सुना करते थे. उसको आज अपने कमरे में कैद कर लिया और इसकी चर्चा मैं अमेरिका में अपने सभी साथियों और सहेलियों से करूंगी.
HIGHLIGHTS
- आज भी राज परिवार के लोग रहते हैं यहां
- राजमहल महल को देखने की इच्छा बचपन से थी
- 10 साल बाद आई भारत
Source : News State Bihar Jharkhand