बुधवार को झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव रांची के ईडी कार्यालय के समक्ष पेश हुए. जिसके बाद जांच एजेंसी ने उनसे सवाल-जवाब किए. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें बालू के अवैध खनन मामले को लेकर पूछताछ के लिए बुलाया था. समन जारी कर ईडी ने 3 अप्रैल को योगेंद्र साव को ईडी के कार्यालय बुलाया था. आपको बता दें कि 12 मार्च को ईडी ने अंबा प्रसाद और उनके करीबियों के घर भी छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान ईडी ने उनके विभिन्न ठिकानों पर भी रेड मारा और कुल 30 लाख रुपये बरामद किए थे. बता दें कि इसमें से गोविंदपुर (धनबाद) शशि भूषण के घर से 15 लाख रुपये बरामद किए थे. वहीं, योगेंद्र साव के साले मुकेश साव के घर से 11 लाख रुपये जब्त किए.
ईडी ने योगेंद्र साव से शुरू की पूछताछ
वहीं, कैश के अलावा ईडी ने मोबाइल फोन और कई जरूरी दस्तावेज भी बरामद किए थे. इसी मामले में ईडी की टीम योगेंद्र साव से पूछताछ कर रही है. आपको बता दें कि बड़ाकागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, उनके पिता योगेंद्र साव के ऊपर अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा, बालू की तस्करी और रंगदारी से जुड़े मामले दर्ज हैं.
योगेंद्र साव की बेटी अंबा प्रसाद ने आरोपों को बताया गलत
बता दें कि मंगलवार को ही पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की बेटी अंबा प्रसाद ईडी दफ्तर में पिता के लिए खाना और दवा लेकर पहुंची थी. इस दौरान अंबा प्रसाद ने कहा था कि ईडी को जांच में सहयोग किया जा रहा है. बावजूद इसके ईडी बेवजह उनके परिवार को परेशान कर रहा है. ईडी ने 12 मार्च को छापेमारी की थी. जिसके बाद से ही पूछताछ जारी है. कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने जमीन पर अवैध तरीक से कब्जे किए जाने के मामले को पूरी तरह से गलत बताया है. उन्होंने कहा कि हम कहीं से भी इसमें शामिल नहीं है. अगर जमीन कब्जे की बात होती तो पुलिस थाने में एफआईआर हुई होती, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.
HIGHLIGHTS
- ईडी ने योगेंद्र साव से शुरू की पूछताछ
- अंबा प्रसाद ने आरोपों को बताया गलत
- जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा मामले में केस
Source : News State Bihar Jharkhand