रांची के नामकुम में हंसराज बाधवा हाई स्कूल में कड़ाके की ठंड के बीच कई बच्चे बिना स्वेटर आ रहे हैं. पड़ताल करने पर पता चला कि सरकारी सुविधाओं के तहत इन्हें जो स्वेटर के लिए पैसे मिलते, वो इन तक पहुंचा ही नहीं. लापरवाही की इस तस्वीर को देख न्यूज़ स्टेट के रिपोर्टर ने फौरन सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को फोन कर मामले की जानकारी दी. न्यूज़ स्टेट ने पहल की तो फौरन असर भी हो गया. न्यूज़ स्टेट की टीम के फोन करने के एक घंटे के अंदर ही झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो हंसराज बाधवा हाई स्कूल पहुंच गए. शिक्षामंत्री के स्कूल पहुंचते ही हड़कंप मच गया.
बच्चों ने बताई परेशानियां
जगरनाथ महतो को सामने देख बच्चों ने परेशानियां बतानी शुरू कर दी. बच्चों की परेशानियां सुन जगरनाथ महतो ने फौरन संबंधित अधिकारी को फोन लगा दिया. फोन पर ही शिक्षा मंत्री ने सख्त निर्देश दे डाले. हंसराज बाधवा स्कूल में एक परेशानी होती तो समझ आता. परेशानियों का अंबार लगा था. हमारे रिपोर्टर ने जब स्कूल के छात्रों और टीचर्स से अपनी बात रखने को कहा तो परेशानियां बढ़ती चली गईं.
शराबियों का अड्डा
स्कूल की दीवार टूटी बताई गई. स्कूल में शौचालय ना होने की बात बताई गई. छात्राओं ने स्कूल के बाहर जमा होने वाले शराबियों से होने वाली परेशानी बताई तो शिक्षा मंत्री हक्के बक्के रह गए. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी को फोन लगाकर मामले का जल्द निपटारा करने का निर्देश दे दिया.
स्कूल पर माफियाओं की नजर
न्यूज़ स्टेट की टीम ने बताया कि इस स्कूल पर माफियाओं की नजर है तो शिक्षा मंत्री ने सख्त लहजे में कह डाला कि जगरनाथ महतो के रहते ये मुमकिन नहीं. शिक्षा मंत्री के इतना भरोसा दिलाते ही स्कूल में तालियां बजने लगी. शिक्षा मंत्री ने न्यूज़ स्टेट की टीम को धन्यवाद दिया और कहा कि न्यूज़ स्टेट की पहल हुई और उन्होंने फौरन एक्शन ले लिया.
खबर का असर
न्यूज़ स्टेट की टीम की पहल को स्कूल प्रबंधन ने भी सराहा और धन्यवाद दिया. न्यूज़ स्टेट का मतलब भरोसा है, जो आम जनमानस से जुड़े इस तरह के मुद्दे प्रमुखता से उठाता है और उसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करता है.