गढ़वा में तेंदुए के बाद हाथियों की दहशत, घरों को कर रहे तबाह
गढ़वा जिले में इनदिनों जंगली जानवरों ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. तेंदुए का आतंक खत्म भी नहीं हुआ और हाथियों के झुंड ने तबाही मचानी शुरू कर दी है.
गढ़वा जिले में इनदिनों जंगली जानवरों ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. तेंदुए का आतंक खत्म भी नहीं हुआ और हाथियों के झुंड ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. गढ़वा के ग्रामीणों की परेशानी बढ़ती जा रही है. एक तरफ कुआं और दूसरी तरफ खाई. कुछ इसी तरह जीने को मजबूर हैं गढ़वा के ग्रामीण. आदमखोर तेंदुए का आतंक पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ और जंगली हाथियों ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है. दरअसल गढ़वा के कई प्रखंडों में तेंदुए के बाद जंगली हाथियों की दहशत फैल गई है. डंडई प्रखंड क्षेत्र के चकरी में हाथियों के झुंड ने आठ लोगों के घरों को ध्वस्त कर दिया. कुछ लोगों के घरों में रखे अनाजों को भी बर्बाद कर दिया. गजराज के कारनामे से चकरी के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. घरों के साथ ही खेतों में भी हाथियों ने तबाही मचा दी है.
बिराजपुर पंचायत के बरवा गांव में हाथियों ने खेतों में लगी फसलों को रौंद दिया. जिसके चलते किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है. वहीं, हाथियों के उत्पात की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया और ग्रामीणों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया.
अधिकारियों ने मदद का आश्वासन तो दे दिया है, लेकिन झारखंड के जिलों में जंगली जानवरों की परेशानी नई नहीं है. आए दिन हाथी हो या तेंदुआ, ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं. ऐसे में जरूरी है कि वन विभाग इन इलाकों में अलर्ट रहे ताकि ग्रामीणों को पहले ही सतर्क कर दिया जाए, जिससे लोगों को होने वाला नुकसान कम हो.