सरायकेला में हाथियों का तांडव, एक व्यक्ति को कुचल कर मार डाला
सरायकेला जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में हाथियों के झुंड ने 35 से 40 की संख्या में पालना जंगल में डेरा डाला हुआ है. उसी झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी ने शनिवार सुबह रोहीन सिंह मुंडा 42 वर्षीय व्यक्ति को कुचल कर मार डाला है.
सरायकेला जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में हाथियों के झुंड ने 35 से 40 की संख्या में पालना जंगल में डेरा डाला हुआ है. उसी झुंड से बिछड़े एक जंगली हाथी ने शनिवार सुबह रोहीन सिंह मुंडा 42 वर्षीय व्यक्ति को कुचल कर मार डाला है. घटना शनिवार तड़के सुबह चौका थाना क्षेत्र के गांव बालीडीह की है. मृत व्यक्ति की पहचान बालीडीह गांव निवासी 42 वर्षीय रोहीन सिंह मुंडा के रूप में की गई है . आज सुबह प्रतिदिन की तरह जब वो जंगल की ओर जा रहा था, तभी झुंड से बिछड़े एक हाथी ने उस पर हमला कर दिया और उसकी जान ले ली.
मृतक के परिवार को दिया गया मुहावाजा
घटना के बाद काफी देर तक मृतक का शव वहीं पड़ा रहा. डर के मारे ग्रामीणों की उसके पास जाने की हिम्मत ही नहीं हुई. हाथी के वहां से निकलने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और वन विभाग को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस, चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी और वन विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए मृतक के परिवार को मुहावाजा की अग्रिम राशि 50 हजार रुपये दिए गए और आगे की कार्रवाई के बाद 3.50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
झारखंड राज्य में गजराज का बढ़ता आतंक रोकने का नाम ही नहीं ले रहा है. जंगल छोड़ कर गजराज का झुंड गांव में प्रवेश कर जाते हैं और घर में रखे अनाज को अपना निवाला बना लेता हैं तो कभी किसी को कुचल देते हैं. प्रत्येक दिन गजराज का झुंड जंगल छोड़कर भोजन की तलास में गांव में घुस जाते हैं. कच्चे मकान को तोड़कर घर में रखे अनाज को खा लेते हैं और मनुष्य को देखते ही आक्रोशित होकर दौड़ाने लगते हैं. जिसमें कई लोगों की जान चली जाती है. अब तो ग्रामीणों का सरकार और वन विभाग से विश्वास उठ गया है.
HIGHLIGHTS
जंगली हाथी ने 42 वर्षीय व्यक्ति को कुचल कर मार डाला
मृतक के परिवार को 50 हजार रुपये दिया गया मुहावाजा
प्रत्येक दिन गजराज का झुंड जंगल छोड़कर घुस जाते हैं गांव में