झारखंड में अवैध शराब की बिक्री तेजी से हो रही है, जिसके चलते राज्य में शराब की वजह से आने वाली राजस्व में कमी आ रही है. इससे झारखंड सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. बिहार में छपरा जहरीली शराबकांड की वजह से 70 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आई, जिसके बाद से ही झारखंड सरकार हरकत में आ गई है. अवैध शराब के खिलाफ बड़े अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. झारखंड में अब अवैध शराब के खिलाफ बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाने के लिए राज्य स्तरीय टीम गठित की गई है. आईजी अभियान अमोल वी. होमकर को इस अभियान का नोडल अधिकारी बनाते हुए जिम्मा सौंपा गया है. छापेमारी अभियान के लिए राज्य स्तरीय टीम के गठन होने के बाद सरायकेला खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कपाली ओपी प्रभारी सुनील कुमार भोक्ता और उत्पाद निरीक्षक निर्भय कुमार सिन्हा के द्वारा कपाली ओपी क्षेत्र के काड़ीपत्थर में संयुक्त छापेमारी अभियान चलाकर एक दारू की भट्टी को ध्वस्त कर दिया गया.
टीम ने शराब भट्टी से 700 किलोग्राम जावा महुआ और 70 लीटर देशी शराब को जब्त किया. छापेमारी टीम को देखकर शराब भट्टी से संचालक भीम तूरा भागने में सफल रहा. इस संबंध में भीम तूरा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. कपाली ओपी प्रभारी कपाली सुनील कुमार भोक्ता और उत्पाद निरीक्षक निर्भय कुमार सिन्हा द्वारा कहा गया है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा.
बता दें कि उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय द्वारा इसके लिए पुलिस की स्माल एक्शन टीम (सैट) को शामिल किया गया है. यह अभियान उत्पाद विभाग व पुलिस के समन्वय से चलेगा. अब देखना यह है कि इस अभियान से क्या राज्य में अवैध शराब पर रोक लग पाती है या नहीं.
HIGHLIGHTS
- झारखंड में अवैध शराब की बिक्री
- सरकार को उठाना पड़ रहा नुकसान
- छापेमारी अभियान चलाकर दारू भट्टी को किया ध्वस्त
Source : News State Bihar Jharkhand