झारखंड में दुमका-भागलपुर हाईवे पर गुरुवार दोपहर एलपीजी टैंकर के दुर्घटनाग्रस्त होने से तेज विस्फोट के साथ आग लग गई और इसने सड़क के किनारे खड़ी एक ही कंपनी की तीन बसों को भी अपनी चपेट में ले लिया. टैंकर और तीनों बसें जलकर पूरी तरह खाक हो गई हैं. हादसे में एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई, जबकि करीब आधा दर्जन लोग झुलस गये हैं. गनीमत यह रही कि बसों में कोई यात्री नहीं था, अन्यथा हादसा बेहद भयावह हो सकता था. समाचार लिखे जाने तक दमकल के दस्ते पहुंच चुके हैं. आग पूरी तर बुझने के बाद ही पता चल पाएगा कि हादसे में कितने लोग हताहत हुए हैं.
यह हादसा बिहार को बंगाल से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुरमाहाट स्थित एक लाइन होटल के पास हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एलपीजी टैंकर पहले एक पेड़ से टकराया और इसके बाद उसमें आग लग गई. आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दुर्घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर खड़ी एक ही कंपनी की तीन बसें भी इसकी चपेट में आकर धधक उठीं. घटनास्थल के आस-पास जो लोग खड़े थे, वे आग की चपेट में आकर झुलस गये. इन्हें इलाज के लिए दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है. माना जा रहा है कि जिस व्यक्ति की जलने से मौत हुई है, वह टैंकर का ड्राइवर रहा होगा.
टैंकर में हुआ विस्फोट इतना भयंकर था कि उसके टुकड़े दू-दूर तक उड़ते रहे. सड़क किनारे के बिजली पोल और तार टूटने से इलाके में बिजली की आपूर्ति भी ठप हो गयी है. 33 हजार वोल्ट की उच्च क्षमता वाली हाई टेंशन लाइन को भी नुकसान पहुंचा है और इस वजह से महारो ग्रिड से सरैयाहाट पावर सब स्टेशन की आपूर्ति ठप हो गई है. आग की लपटें तीन-चार किमी दूर से ही दिख रही थीं. इस वजह से जसीडीह से गोड्डा को जानेवाली लोकल पैसेंजर ट्रेन को एहतियात के तौर पर नोनीहाट स्टेशन पर रोक दिया गया. सड़क पर आवागमन भी रोक दिया गया है. इस बीच अग्निशमन वाहन मौके पर पहुंचे हैं. आग बुझाने की कोशिशें चल रही हैं.
Source : IANS