रामगढ़ के हेसला गांव में एक बायोजेनेटिक प्लांट में भीषण आग लग गई. आग से आसपास जहरीला धुआं उठने लगा. हवा में जहर घुल गया और इस आग में फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर हो गई. ग्रामीण इलाकों में आग के बड़े-बड़े गोले और आसमान में धुएं का गुबार दिखने लगा. धधकती आग के साथ फैक्ट्री परिसर में बेकार दवायें और केमिकल की बोतलें फटने लगी. इस आग से हेसला गांव में लोगों का दम घुंटने लगा. इस हादसे के पीछे बॉयोजेनेटिक प्लांट प्रबंधन की लापरवाही नजर आई. बायोजेनेटिक फैक्ट्री के परिसर में रखी मेडिकल वेस्टेज में लगी आग से अफरा-तफरी का माहौल बन गया. अब ये आग लगी या फिर इस मेडिकल वेस्टेज में आग लगाई गई वो सवालों में है,लेकिन फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर इसके पीछे लापरवाही का ही इशारा कर रहे हैं.
फैक्ट्री परिसर में अस्पतालों से लाये गये एक्सपायर दवाइयां, पट्टी, केमिकल लिकविट पिछले दो सालों से रखे हुए थे. अब शायद फैक्ट्री प्रबंधन को भी इस आग का इंतजार था. तभी तो दो साल से ये मेडिकल वेस्टेज फैक्ट्री परिसर में रखे थे, लेकिन इसे नष्ट नहीं किया. फैक्ट्री के आसपास रहने वाले लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले इस बॉयोजेनेटिक प्लांट पर कई सवाल उठ रहे हैं.
फैक्ट्री की लापरवाही
मेडिकल वेस्टेज क्यों नहीं हुआ डिस्पोज?
खुले में ही रखा गया था मेडिकल वेस्टेज
दो सालों से रखा था मेडिकल वेस्टेज
लोगों की जान के साथ हुआ खिलवाड़?
हवा में जहर घोल रहा प्लांट!
प्लांट में नहीं है फायर सेफ्टी प्लान?
खैर दमकल की चार गाड़ियों की मदद से फैक्ट्री में लगी आग को बुझा तो लिया गया, लेकिन इस आग में फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही भी उजागर हो गई.
रिपोर्ट : अनुज कुमार
HIGHLIGHTS
- फैक्ट्री की लापरवाही
- मेडिकल वेस्टेज क्यों नहीं हुआ डिस्पोज?
- खुले में ही रखा गया था मेडिकल वेस्टेज
- दो सालों से रखा था मेडिकल वेस्टेज
Source : News State Bihar Jharkhand