साहिबगंज में अवैध खनन हो या अवैध परिवहन, इसको लेकर यह जिला हमेशा सुर्खियों में रहा है. वहीं, सोशल साइट्स पर एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद फिर से जिला प्रशासन पर सवाल खड़ा हो गया है. वायरल ऑडियो क्लिप में ओवरलोडेड गाड़ियों का परिचालन करने के लिए एंट्री माफिया द्वारा प्रशासन को मैनेज करने की बात कही जा रही है. वहीं, ऑडियो के वायरल होते ही यह चर्चा का विषय बन गया है. प्रशासन सवालों के घेरे में है. इस ऑडियो में एक तरफ गाड़ी मालिक कहता है कि क्या हमारी गाड़ी की एंट्री नहीं होगी. अगर एंट्री होगी तो वह चेक ना होकर चलेगी या कीर्तनियां होकर. इसी में बिचौलिया यानी एंट्री माफिया कहता है कि हमने आपको पहले ही बात करने के लिए कहा था, लेकिन आपने फोन नहीं किया.
माफियाओं को नहीं है पुलिस प्रशासन का डर
फिर गाड़ी ओनर कहता है कि हमारा एंट्री करने पर मंथली कितना लगेगा, तो माफिया कहता है कि16 चक्के का 20 हज़ार लगेगा. फिर गाड़ी मालिक कहता है कि एंट्री हो जाने के बाद पकड़ धक्कड़ तो नहीं होगा. इसी में एंट्री माफिया कहता है कि सर नहीं पकड़ेंगे, लेकिन अगर माइनिंग और डीटीओ पकड़ता है तो हम कुछ नहीं कर सकते. एंट्री माफिया धौंस देते हुए कहता है कि हम चेक नाका पर नियुक्त मजिस्ट्रेट को भी गाली गलौज किए हैं और वहां तैनात पुलिस कर्मी को भी.
प्रशासन के काम पर उठे सवाल
आपको बता दें कि मिर्जाचौकी थाना सीमावर्ती क्षेत्र में पड़ता है और कीर्तनीय तरफ कई अवैध डीपू भी संचालित है. जहां पर अवैध तरीके से स्टोन चिप्स का भंडारण कर बेधड़क बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश भेजा जाता है. इन्हीं रास्तों से कई बिना माइनिंग चालान के ओवर लोडेड गाड़ियों का परिचालन होता है. स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्रवाई ना हो. इसके लिए एंट्री की जाती है. जिन गाड़ियों की एंट्री होती है, उसे बिना रोक-टोक के चलने दिया जाता है और प्रशासन को मैनेज करने के लिए इंट्री माफिया गाड़ी मालिकों से मोटी रकम का डिमांड करते हैं. हालांकि इस वायरल ऑडियो क्लिप की पुष्टि न्यूज़ स्टेट बिहार झारखंड नहीं करता है, लेकिन इस वायरल ऑडियो के पीछे की सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगी. बहरहाल इस वायरल ऑडियो से इलाके में सनसनी फैल गई है और जिला प्रशासन की भी नींद उड़ा दी है.
HIGHLIGHTS
- माफियाओं को नहीं है पुलिस प्रशासन का डर
- ऑडियो क्लिप हुआ वायरल
- पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
Source : News State Bihar Jharkhand