झारखंड के धनबाद जिले का एक छोटा सा कस्बा वासेपुर एक बार फिर आग का गोला बन गया है. ये वही वासेपुर है, जिसकी स्याह गलियों और अपराध की खूनी कहानियों पर एक नहीं बल्कि दो दो फिल्में बनी, लेकिन रील लाइफ वाली कहानी जहां से खत्म हुई थी वही कहानी अब रियल लाइफ में आगे बढ़ गई है और अब इस कहानी में गैंग्स ऑफ वासेपुर की चौथी पीढ़ी का किरदार सामने आ गया है. जिसका नाम है प्रिंस खान उर्फ वासेपुर का छोटा सरकार. इस किरदार ने एक बार फिर वासेपुर को इंतकाम की आग में झोंक दिया है.
मामा-भांजे में वर्चस्व की लड़ाई
गैंग्स ऑफ वासेपुर, ये नाम सुनते ही आपके जहन में एक फिल्मी कहानी और उससे जुड़े किरदार उमड़ गए होंगे, लेकिन खूनी रंजिश..बम, गोला, बारूद और बदले वाली इस कहानी की जमीन में एक बार फिर बारूद बिछ गई है. 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का शहर वासेपुर झारखंड के धनबाद जिले का एक छोटा सा कस्बा है. रियल लाइफ की इस कहानी में प्रिंस खान की अदावत गैंग के तीसरी पीढ़ी के अपने मामा फहीम खान से चल रही है. फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने गैंग्सटर फैजल खान का जो किरदार निभाया था वो असल जिंदगी में फहीम खान है. फहीम इस वक्त जेल में बंद है, लेकिन वासेपुर की जमीन गैंगवार से लाल होने लगी है. एक बार फिर से गैंग्स ऑफ वासेपुर में रिश्तों का कत्ल शुरु हो गया है. कोयलांचल पर कब्जे, रंगदारी, उगाही, वसूली में वर्चस्व की लड़ाई की अंधी दौड़ वासेपुर में फिर शुरु हो गई है.
छोटे सरकार ने किया हमला
धनबाद के वासेपुर में सालों से जारी गैंगवार ने अब नई शक्ल अख्तियार कर ली है. अब तक वासेपुर के सबसे बड़े गैंगस्टर कहे जाने वाले फहीम खान को उसका भांजे प्रिंस खान से खूनी चुनौती मिली है. बीती 3 मार्च की रात को प्रिंस खान के गुर्गों ने गैंगस्टर फहीम के बेटे इकबाल खान और उसके सहयोगी ढोलू पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. अस्पताल जाते-जाते ढोलू की मौत हो गई जबकि इकबाल दुगार्पुर मिशन अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. दरअसल फहीम जेल में बंद है और गैंग्स ऑफ वासेपुर का काम बाहर से उसका बेटा इकबाल खान देख रहा था, लेकिन अब फहीम के बेटे पर गोली चलने के वासेपुर में इंतकाम वाली लपटें उठने लगी है. क्योंकि फहीम खान ने एक बार फिर बदला लेने की ठान ली है, लेकिन इस बार फहीम खान के सामने कोई और नहीं बल्कि उसका भांजा प्रिंस खान है, जो खुद को छोटे सरकार कहता है.
क्यों बागवती हुआ प्रिंस
कभी मामा फहीम और भांजा प्रिंस खान साथ-साथ काम करते थे. प्रिंस रिश्ते में फहीम का भांजा है. कहा जाता है गिरोह की कमान नहीं मिलने से प्रिंस अपने मामा फहीम से इस कदर नाराज हुआ कि उसने बागवत का रास्ता अख्तियार कर लिया. खुद को छोटे सरकार कहने वाला प्रिंस अब खुलेआम चुनौती दे रहा है और कह रहा है कि वो फहीम और उसके बेटों को चुन-चुनकर मारेगा.
यह भी पढ़ें : बागेश्वर बाबा के बहाने महिलाओं के खिलाफ बिहार के मंत्री का विवादित बयान-'...कपड़े खुल जाते हैं!'
चौथी पास है 'छोटे सरकार'
खुद को धनबाद का 'छोटे सरकार' कहलवाने का शौकीन गैंग्स ऑफ वासेपुर का प्रिंस खान चौथी पास है, लेकिन वो धनबाद पुलिस में तैनात चार-चार आईपीएस को चैलेंज कर चुका है. व्हाट्सएप पर 24 घंटे ऐक्टिव रहता है. कारोबारियों को धमकी देते हुए वीडियो भेजता है. वासेपुर का सबसे बड़े डॉन फहीम खान और उसके परिवार को धमकाता रहता है और अब गोली भी चलवा दी. दरअसल फहीम जेल में बंद है और प्रिंस पिछले डेढ़ साल से अज्ञात ठिकाने से गैंग ऑपरेट कर रहा है. यहां तक कि उसने धनबाद एसपी को खुलेआम चुनौती दी थी. धनबाद पुलिस की मानें तो प्रिंस ने खाड़ी के किसी देश में पनाह ले रखी है. उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल तक से मदद मांगी गई है.
टेक्नोलाजी का मास्टर प्रिंस खान
प्रिंस खान बाकी गैंग से अलग टेक्नोलाजी का मास्टर है. सोशल मीडिया का इसतेमाल करता है और वासेपुर के गैंग को अडरवर्ड की तर्ज पर कॉर्पोरेट की तरह रिमोट से चलाता है. सोशल मीडिया पर पोस्ट कि गए उसके वीडियो इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि वो कहीं दूर ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा है.
ढोलू का मौत का बदला
वासेपुर अब आग के ढेर पर बैठा है. फहीम खान और प्रिंस खान के गैंग अब आमने सामने हैं. स्थिती को देखते हुए पुलिस अलर्ट है. प्रशासन को पता है कि जरा सी चूक हुई तो धनबाद की जमीन खून से लाल हो जाएगी. गोलीबारी में मारे गए ढोलू के भाई ने भी बदले का ऐलान कर दिया है. ढोलू के भाई ने कहा कि कातिल जो भी होगा, उसका हिसाब होगा दिमाग खराब है, दिमाग स्थिर होगा तो यहीं से स्टार्ट होगा अब फैसला होगा और जो भी मारा है उसको तो पकड़ना ही चाहिए, बाकी आगे का प्रोसेस तो हम खुद कर लेंगे.
नेताओं को भी धमकी
प्रिंस खान ने सिर्फ फहीम खान के बेटे पर हमला नहीं करवाया बल्की धनबाद के कुछ बड़े नेताओं को चुप रहने की धमकी तक दे दी है. उसने कहा दिया है कि उसके खिलाफ बयानबाजी की गई तो वो 70-80 के दशक याद दिला देगा. गैंग्स ऑफ वासेपुर की ये लड़ाई कितनी बड़ी होने वाली है इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि गोलीबारी के बाद पांच थानों के प्रभारी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर अरविंद बिन्हा जिस हालत में थे वैसे ही मौके पर पहुंचे थे.
लाला खान की हत्या का बदला
12 मई, 2021 को जमीन कारोबारी लाला खान को वासेपुर में दिनदहाड़े गोलियों से उड़ा दिया गया था इसका आरोप फहीम खान के गैंग पर लगा था इसके छह महीने बाद 24 नवंबर 2021 को वासेपुर में ही दिनदहाड़े जमीन कारोबारी महताब आलम उर्फ नन्हे को गोली मार दी गई जिस जगह पर स्थान पर लाला खान की हत्या हुई थी, उससे कुछ ही दूरी पर नन्हें खान को मार डाला गया. प्रिंस खान का खूनी इंतकाम उसके वीडियो से जग जाहिर हुआ. उसने हत्या के बाद बकायदा वीडियो जारी कर इसे लाला खान की हत्या का बदला कहा था.
HIGHLIGHTS
- 'GANGS OF वासेपुर' का खूनी इंतकाम!
- 'GANGS OF वासेपुर' की पिक्चर अभी बाकी है!
- बेटे पर हुए हमले का क्या बदला लेगा 'फहीम'?
- फहीम के किले को किसने बनाया 'हवा महल'?
- 'छोटे सरकार' नाम है हमारा …बता ..दीजियेगा सबको!
Source : News State Bihar Jharkhand