गुमला की एक नन्ही बच्ची आरोही खण्डेलवाल ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपनी प्रतिभा के बल पर अपना नाम दर्ज करवाया है, जिसके बाद उन्हें प्रमाणपत्र दिया गया है. आरोही इसके पूर्व भी इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा चुकी है. इस मासूम की प्रतिभा को लेकर जिला के प्रशासनिक पदाधिकारी भी सम्मान कर रहे हैं. आज जहां नन्हे बच्चे पढ़ाई के बाद कार्टून को देखने में अपना समय बर्बाद करते हैं, लेकिन वहीं गुमला की एक नन्ही अपने धार्मिक संस्कृति के प्रति रुचि दिखा रही है. इसी क्रम में सबसे पहले उसने सबसे कम समय मे हनुमान चालीसा को पढ़ने का रिकार्ड्स बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज करवाया. उसके बाद अब उसने रामायण की विभिन्न कांडों को कम से कम समय में बोलने की रिकार्ड्स बनायी है. इसको लेकर उसे इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र देकर उनका नाम अंकित किया गया है.
इस प्रमाणपत्र को जिला के नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने देकर उन्हें सम्मानित किया. साथ ही उन्होंने बच्ची की इस प्रतिभा को सराहा है.
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद गुमला
गुमला की इस नन्ही बच्ची ने कहा कि उसे इन सब कार्यो में काफी अच्छी लगता है. आरोही ने रामायण से जुड़ी कुछ बातों को रखकर अपनी प्रतिभा को दिखाया. वहीं आरोही की मां सीमा खंडेलवाल ने कहा कि शुरू से ही जब आरोही की दादी रामायण पढ़ती थी, तो वह उसमें काफी रुचि लेती थी. जिसके बाद उसने खुद रामायण को पढ़ना शुरू किया. उसके बाद सबसे पहले उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ काफी कम समय मे पढ़कर रिकॉर्ड बनाया. उसके बाद लगातार रिकार्ड्स बना रही है, जिसको लेकर उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. जिला की यह मासूम बच्ची फिलहाल कक्षा दो में पढ़ती है. पढ़ाई के साथ ही जिस तरह से धार्मिक सांस्कृतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है. वह काफी सराहनीय है, इससे ना केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे जिले और राज्य का नाम भी रोशन कर रहा है.
Source : News Nation Bureau