गुमला के घाघरा प्रखंड क्षेत्र के नवनी गांव से लेकर आदर तक करोड़ों रुपये की लागत से बनाए जा रहे सड़क निर्माण में भारी अनियमिता बरती जा रही है. ठेकेदार के द्वारा प्राक्कलन को ताक में रखकर मनमानी की जा रही है. घटिया निर्माण कार्य किया जा रहा है. साथ ही साथ पीसीसी के ढलाई में प्रकरण के विपरीत तीन से चार इंच की ढलाई कर के लीपा पोती करने का काम किया जा रहा है. निर्माण स्थल पर अभियंताओं की बगैर उपस्थिति में यह कुकृत्य किया जा रहा है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब प्रखंड प्रमुख सविता देवी योजना स्थल पर ग्रामीणों की शिकायत पर जांच करने पहुंची. प्रमुख ने इसका कड़ा विरोध करते हुए विभाग से कार्रवाई की मांग की है.
सड़क निर्माण में भारी गड़बड़ी
आपको बता दें कि सड़क निर्माण का काम प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किया जा रहा है. वहीं, इस निर्माण कार्य में कई तरह की लापरवाही सामने आई है. मसाला बनाने में कम सीमेंट और कम गिट्टी का इस्तेमाल किया गया. जिससे लाखों रुपये का घोटाला सीधे तौर पर दिखाई दे रहा है और मजदूरों को मजदूरी भी कम भुगतान की जा रही है. जिससे मजदूर का भी शोषण हो रहा है. इस संबंध में प्रखंड प्रमुख सविता देवी ने कहा कि इलाके में भ्रष्टाचार व्याप्त है. ठेकेदार बेलगाम हो गए हैं. विभाग के संबंधित अधिकारी का मौन यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार इलाके में व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है. इनके ऊपर कार्रवाई करने की बजाए आंख बंद करके अधिकारी इनका मौन समर्थन कर रहे हैं. इस पर अगर कार्रवाई नहीं हुई तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा.
अवैध तरीके से हो रहा निर्माण
पीसीसी ढलाई कार्य में बगल के नदी लालपुर नदी से मिट्टी युक्त बालू को अवैध तरीके से उठा कर इसे मिट्टी युक्त बालू से ढलाई करने का काम किया जा रहा है. जिससे पीसीसी ढलते ही क्रेक हो जा रहा है और टूटने लगा है. निर्माण कार्य इतना घटिया है कि बनने के साथ ही सड़क का क्षतिग्रस्त हो जाना चिंता का विषय है. घाघरा प्रखंड के नवनी गांव से तुरियाडीह तक पूर्व में करोड़ों रुपए की लागत से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण किया गया था. इस सड़क के ऊपर से बड़े-बड़े ओवरलोडेड हाईवा चल रहे हैं. जिसके चलते यह सड़क भी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है.
HIGHLIGHTS
- सड़क निर्माण में गड़बड़ी
- अवैध तरीके से हो रहा निर्माण
- सामने आई प्रशासन की लापरवाही
Source : News State Bihar Jharkhand