झारखंड के कोडरमा में एक झोलाछाप नर्स की करतूत सामने आई हैं. जहां नर्स की लापरवाही के वजह से महिला की डिलीवरी को दौरान बच्चे का जान चली गई. दरअसल, ये पूरा मामला तिलैया थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. जहां नर्स ने 18 हजार रुपये में नार्मल डिलीवरी कराने की जिम्मेदारी ली थी. बता दें कि एक मकान में निजी क्लीनिक चला रही एक नर्स शकुंतला देवी ने एक महिला को सुरक्षित प्रसव कराने का विश्वास दिलाया, लेकिन महिला का प्रसव कराने के दौरान लापरवाही की वजह से बच्चे की जान चली गई.
पुलिस ने नर्स को हिरासत में लिया
वहीं महिला के परिजनों को जब इसकी जानकारी मिली कि उसके बच्चे की मौत हो गई हैं तो उसके परिजनों ने नर्स के खिलाफ जमकर हंगामा किया. जब हंगामे की सूचना पर तिलैया थाने की पुलिस के पास पहुंची तो वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने नर्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. फिलहाल पुलिस ने झोला छाप नर्स को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करने में जुट गई है.
18 हजार में ली थी नॉर्मल डिलीवरी की जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक जब देवनंदन कुमार अपनी पत्नी बबीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर नॉर्मल डिलीवरी कराने के लिए शकुंतला देवी के पास लेकर गया. जिसके बाद नर्स ने उससे 18 हजार रुपये में नॉर्मल डिलीवरी कराने की जिम्मेदारी ली. प्रसव पीड़ा होने के दौरान शकुंलता देवी ने महिला को दो इंजेक्शन लगाए और उसके बाद अपने एक साथी के साथ प्रसव करने में जुट गई लेकिन जब प्रसव हुआ जब तक बच्चा मृत पाया गया.
पुलिस नर्स से पूछताछ में जुटी
महिला के परिजनों ने बच्चे के शव को लेकर थाने में जमकर हंगामा किया और नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. जब इस मामले पर महिला के पति देवनंदन से बातचीत की गई तो उसने बताया कि शकुंतला देवी ने अलग-अलग तरह के इंजेक्शन लगाए जिससे उसके बच्चे की जान चली गई. जिसके बाद नर्स शकुंतला देवी ने भी काबूल किया कि उसने महिला को तरह तरह के इंजेक्शन लगाए थे, लेकिन बच्चे की मौत कैसे हुई इसकी जानकारी उसे नहीं है. फिलहाल पुलिस महिला से पूछताछ करने में जुटी है.
Source : News Nation Bureau