झारखंड के हजारीबाग जिले में धर्मांतरण का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है. हाल ही में सदर प्रखंड के मंडई गांव में एक युवक के साथ हुई मारपीट की घटना ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है. जानकारी के अनुसार, कोर्रा थाना क्षेत्र के महेंद्र कॉलोनी में एक बंद घर में धर्मांतरण का खेल चल रहा था.
धर्म परिवर्तन से मना करने पर पिटाई
मामला तब उजागर हुआ जब युवक रंजीत कुमार सोनी ने चंगाई सभा में धर्म परिवर्तन से इनकार कर दिया. इसके तुरंत बाद, उसे वहां मौजूद लोगों ने बुरी तरह पीटा. किसी तरह वह वहां से भाग निकला और इस घटना की जानकारी गांव के अन्य लोगों को दी. इसके बाद मंडई में हंगामा मच गया. ग्रामीणों ने धर्मांतरण कराने वाले आरोपियों को पकड़ लिया और पुलिस को सूचित किया.
छापेमारी की में 20 से अधिक बाइबिल
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की और वहां से 20 से अधिक बाइबिल, ईसाई धर्म से संबंधित विभिन्न धर्म ग्रंथ, दस्तावेज, बंद लिफाफे में नगद रुपये और अन्य उपकरण बरामद किए. पूछताछ के दौरान, गिरफ्तार आरोपियों ने धर्मांतरण की योजना को स्वीकार किया.
10,000 रुपये कमीशन भी मिलेगा
भुक्तभोगी रंजीत ने बताया कि उसे महेंद्र कॉलोनी की निवासी उर्मिला देवी, जो कि विजय मेहता की पत्नी हैं, के घर बुलाया गया था. वहां, उर्मिला और अन्य छह लोग मौजूद थे. उन्होंने रंजीत से कहा कि अगर वह ईसाई धर्म अपनाता है, तो उसे हर महीने 15,000 रुपये दिए जाएंगे और उसके परिवार के लिए मुफ्त शिक्षा एवं इलाज की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा, एक महीने में दो परिवारों को हिंदू से ईसाई धर्म में लाने पर उसे अलग से 10,000 रुपये कमीशन भी मिलेगा.
धर्म बदले से मना किया पिटाई कर दी
जब रंजीत ने अपना धर्म छोड़ने से मना किया, तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उसकी गर्दन दबाकर जान से मारने की कोशिश की. वह किसी तरह वहां से भाग निकला और अपने दोस्त को फोन किया. सूचना मिलने पर ग्रामीण पहुंचे और कोर्रा थाना की पुलिस को इस घटना की जानकारी दी.