Advertisment

चुनाव से पहले बाबूलाल मरांडी की पार्टी का BJP में विलय होता तो झारखंड विधानसभा की तस्‍वीर कुछ और होती

पिछले साल के अंत में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बुरी तरह शिकस्‍त झेलनी पड़ी थी, जबकि झारखंड मुक्‍ति मोर्चा के नेतृत्‍व में विपक्ष सत्‍ता पर काबिज हो गया था.

author-image
Sunil Mishra
एडिट
New Update
चुनाव से पहले बाबूलाल मरांडी की पार्टी का BJP में विलय होता तो झारखंड विधानसभा की तस्‍वीर कुछ और होती

चुनाव से पहले मरांडी की पार्टी का BJP में विलय होता तो...( Photo Credit : File Photo)

Advertisment

झारखंड के पहले सीएम और झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी आज अपनी पार्टी का विलय भारतीय जनता पार्टी में करने जा रहे हैं. इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और कई अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद रहेंगे. भाजपा इस मौके को बड़े जलसे में तब्‍दील कर भुनाना चाहती है और इसलिए मरांडी की वापसी के लिए भव्य समारोह का आयोजन करने जा रही है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले अगर भाजपा यह कवायद करती तो चुनावी तस्‍वीर कुछ और होती.

यह भी पढ़ें : भगवान शिव करेंगे महाकाल एक्सप्रेस में सफर, 64 नंबर की सीट हमेशा के लिए रिजर्व

पिछले साल के अंत में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बुरी तरह शिकस्‍त झेलनी पड़ी थी, जबकि झारखंड मुक्‍ति मोर्चा के नेतृत्‍व में विपक्ष सत्‍ता पर काबिज हो गया था. बीजेपी उस चुनाव में अकेले उतरी थी. चुनाव से पहले आजसू के सुदेश महतो ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था और झारखंड विकास मोर्चा से भी बात नहीं बन पाई थी. चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी और झारखंड विकास मोर्चा की ओर से विलय की पहल शुरू हुई थी.

झारखंड विधानसभा चुनाव की बात करें तो करीब 15 फीसदी अधिक वोट पाने वाली बीजेपी सत्ता नहीं बचा पाई, जबकि झारखंड मुक्‍ति मोर्चा कम वोट पाकर भी भाजपा से 5 सीटें अधिक जीत लीं. जानकार बताते हैं कि झारखंड विकास मोर्चा और सुदेश महतो की पार्टी आजसू से गठबंधन होता तो चुनाव की तस्‍वीर बदल जाती. दूसरी ओर विपक्ष ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और बाजी फतह कर ली.

यह भी पढ़ें : MP में अपनी ही पार्टी खिलाफ सड़क पर उतरने का मूड में हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, VIDEO में दिए संकेत

2014 के चुनाव में जहां बीजेपी को 31% वोट मिले थे, वहीं इस चुनाव में बीजेपी को 33.37% वोट हासिल हुए. हालांकि, लोकसभा चुनाव 2019 के वोट शेयर से तुलना की जाए तो बीजेपी को घाटा ही हुआ है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 51 फीसदी वोट हासिल हुए थे. पिछले विधानसभा चुनाव में जेवीएम को 5.45% और आजसू को 8.10% वोट हासिल हुए थे. इन वोटों को बीजेपी को मिले मतों से जोड़ दिया जाए तो कुल 47% वोट हो रहे हैं. जाहिर है चुनाव में एक साथ लड़ने पर ये मत सीटों में भी तब्‍दील होते और बीजेपी को सत्‍ता से बाहर होने का खामियाजा नहीं भुगतना पड़ता.

यह भी पढ़ें : निर्भया के दोषियों की फांसी पर आज फिर सुनवाई, दोषी पवन की पैरवी पहली बार करेंगे ये वकील

2019 के चुनाव में वोट शेयर
भाजपा- 33.37%
कांग्रेस- 13.88%
जेएमएम- 18.72%
जेवीएम-5.45%
राजद- 2.75%
जदयू- 0.73%
बसपा- 1.53%
सीपीआईएम- 0.32%
आजसू- 8.10%
सीपीआई- 0.4%
एआईएमआईएम- 1.16%
जेडीएस- 0.01%

यह भी पढ़ें : उद्धव ठाकरे से नाराज शरद पवार ने आज NCP के मंत्रियों को तलब किया, अटकलों का बाजार गर्म

2014 के चुनाव में वोट शेयर
भाजपा- 31.26%
कांग्रेस- 10.46%
जेएमएम- 20.43%
जेवीएम- 9.99%
राजद- 3.13%
जदयू- 0.73%
बसपा- 1.82%
सीपीआईएम- 0.50%
आजसू- 3.68%
सीपीआई- 0.89%

2019 के चुनाव परिणाम:
भाजपा- 25
जेएमएम-30
कांग्रेस-16
राजद-1
जेवीएम-3
आजसू-2
अन्य-4

यह भी पढ़ें : EVM पर उठ रहे सवालों के बीच चुनाव आयोग ने वोटिंग तकनीक को लेकर की ये कवायद

2014 के चुनाव परिणाम
बीजेपी-37
जेएमएम-19
जेवीएम-8
कांग्रेस-6
आजसू-5
अन्य-6

Source : Sunil Mishra

BJP congress RJD amit shah JP Nadda JMM Babulal Marandi Jharkhand Vikas morcha
Advertisment
Advertisment