एक घर बनाने में लोगों को पूरी जिंदगी की कमाई लग जाती है, लेकिन जब आप अपने सपने के घर को बनाओ और फिर एक दिन उस पर अचानक से बुलडोजर चल जाए तो आप इस दर्द को समझ सकते हैं. दरअसल, जहां एक नहीं बल्कि 40 लोग रातोंरात घर से बेघर हो गए. जिस जमीन पर इन लोगों ने अपना घर बनाया था, उस जमीन को रेलवे की और जमीन पर बने घर को अवैध निर्माण घोषित कर दिया गया है. ऐसा ही कुछ रांची के बिरसा चौक के पास रहने वालों के साथ हुआ है. जैसे ही शुक्रवार की सुबह हुई, सभी लोगों के घर के सामने सैकडों पुलिस जवान और बुलडोजर आ खड़ा हुआ. बुलडोजर देख लोग कुछ समझ पाते, तब तक घरों पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया था.
दरसअल, मामला रेलवे की जमीन पर बने मकानों का है. रेलवे की ओर एक कई बार नोटिस जारी कर घर खाली कराने को कहा गया था, लेकिन झोपड़ी नुमा घर में रहने वाले गरीब कहां जाते. उनलोगों के लिए यही मात्र एक आशियाना है, जिनकी पैदाइश ही इस घर में हुई हो. मकान टूटने वाले लोग बताते हैं कि वह लंबे समय से यहां रह रहे हैं, अब कहां जाएंगे. आज सुबह उनके घरों पर बुलडोजर चला दिया गया. अपने सपने टूटते देख एक वृद्धा रोने लगी. इनकी उम्र करीब 85 वर्ष है. रोते हुए वृद्धा ने अपने दर्द को बताया और कहा कि इनका जन्म इसी जमीन पर हुआ है और वह 85 वर्षों से यहां रह रही हैं, लेकिन अब इनका घर टूट गया, कहां जाए कुछ पता नहीं, साथ ही उतना पैसा भी नहीं है कि हम रेंट पर घर ले सके. वृद्धा ने सरकार और रेलवे से थोड़ा रहम खाने की बात कही.
HIGHLIGHTS
. 40 लोग रातोंरात घर से बेघर हो गए
. मामला रेलवे की जमीन पर बने मकानों का है
Source : News State Bihar Jharkhand