हजारीबाग के बड़े व्यवसायी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता के घर पर आयकर विभाग की टीम के द्वारा 60 घंटों की छापेमारी अभियान पूरी हो चुकी है. सूत्रों के अनुसार छापेमारी दल दिल्ली से हजारीबाग पहुंची थी और 1 सप्ताह से हजारीबाग के एक होटल में रुकी हुई थी, जिसमें कुल 26 लोग शामिल थे. छापेमारी के उपरांत दल के सदस्यों ने मीडिया के सामने विशेष खुलासा नहीं किया, लेकिन ऑफ द रिकॉर्ड उन्होंने बताया कि दो करोड़ 30 लाख रुपए नगद ,70 लाख के जेवरात और जमीन के भारी मात्रा में दस्तावेज मिले हैं जिन पर नाम भी दर्ज हैं.
टीम ने बताया कि दस्तावेज अन्य भाषाओं में हैं इसलिए उसे पढ़ाने में काफी विलंब हुआ. इसकी जांच के लिए सभी दस्तावेजों को आयकर विभाग की टीम ने जप्त कर लिया और अपने साथ पांच बैगों में भरकर सभी सामानों को ले गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि कोल लिंकेज एवं अन्य मामलों से व्यवसाई का कोई संबंध नहीं है. यह मामला सिर्फ और सिर्फ टैक्स चोरी का है. हजारीबाग के आम आवाम के बीच जो चर्चाओं का बाजार गर्म था वह खत्म हो गई है. हजारीबाग के लोगों के लिए यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है और हजारीबाग के व्यवसायियों में इस कार्रवाई को लेकर काफी हड़कंप मचा हुआ है.
आपको बता दें कि यह कार्रवाई मंगलवार सुबह 6.00 बजे शुरू हुई थी. इस दौरान किसी को भी घर में आने जाने की अनुमति नहीं थी. आयकर विभाग की टीम 6 गाड़ियों में यहां पहुंची थी. यह भी बताया जा रहा है कि यहां नोट गिनने की मशीन भी मंगवाई गई थी. साथ ही यह भी बता दें कि राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का हजारीबाग समेत कई जिलों में कारोबार है. मेन रोड में उनका इंद्रलोक नाम से शॉपिंग मॉल भी चल रहा है. जमीन से जुड़े कारोबार में भी शामिल रहे हैं.
Source : News Nation Bureau