झारखंड की नवनिर्वाचित हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार ने एक बड़ी फैसला लिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने ने झारखंड की विभिन्न जेलों में बंद 139 कैदियों को रिहा करने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. राज्य के पांच केंद्रीय कारागार, एक मंडल कारा व एक खुला जेल सह पुनर्वास कैंप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 139 बंदी रिहा किए जाएंगे.
किसी भी राज्य में सजा पुनरीक्षण पर्षद आजीवन कारावास की सजा पाए बंदियों जिनके द्वारा लंबी सजा अवधि बीत जाने और कारागार में उनके बेहतर आचरण, उनके उम्र और उनके द्वारा किए गए अपराध की प्रकृति आदि पर विचार करती है और अपनी अनुशंसा करती है. मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलने के बाद जेल में बंद ये कैदी अब अपने परिवार के साथ रह सकेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जेल से छूटने के बाद यह बंदी अपने परिवार के साथ नए सिरे से जिंदगी शुरू करें. बंदी नए सिरे से अपनी जिंदगी को शुरू करते हुए देश, राज्य, समाज और अपने परिवार के प्रति अपनी महती जिम्मेदारी का निर्वहन करें.
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इन जेलों में कैद हैं बंदी
झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद द्वारा बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के 62, लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा, हजारीबाग के 26, केंद्रीय कारा, दुमका के 29, केंद्रीय कारा, घाघीडीह, जमशेदपुर के 14, केंद्रीय कारा, मेदिनीनगर, पलामू के 4, मंडल कारा, चाईबासा के 3 और खुला जेल-सह-पुनर्वास कैंप हजारीबाग के 1 आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी को रिहा करने की स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दी है.
Source : News Nation Bureau