झारखंड विधानसभा चुनाव साल के अंत में यानी अक्टूबर-नवंबर में होने वाली है. इसे लेकर इंडिया एलायंस और एनडीए दोनों ही रणनीति बनाते नजर आ रहे हैं. इस बीच जेल से बाहर आने के बाद एक बार फिर से हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद पर काबिज हो चुके हैं. झारखंड में एनडीए ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनाव प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत सिंह बिस्वा को सह प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है. जिसके बाद बीजेपी के दोनों ही दिग्गज नेता झारखंड पहुंचे और आगामी चुनाव को लेकर चर्चा की. इंडिया एलायंस की तरफ से झामुमो नेता हेमंत सोरेन सीएम फेस होंगे यह तो तय है, लेकिन इस बीच अब इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि आखिर एनडीए में मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा?
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विधानसभा चुनाव में NDA का CM चेहरा कौन?
आपको बता दें कि एनडीए के पास तीन बड़े नाम है, जिसे लेकर चर्चाएं हो रही है. जिसमें बाबू लाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास का नाम शामिल है. हालांकि तीनों ही नेता प्रदेश में मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं, लेकिन क्या इनमें से किसी को भी दोबारा प्रदेश का सीएम फेस बनाया जाएगा या नहीं, इस पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है.
लंबे समय से झारखंड की राजनीति से दूर हैं रघुवर दास
2014 मेंविधासनसभा चुनाव जीतने में 81 में से 62 जीत जीतने के बाद बीजेपी ने रघुवर दास को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया था. रघुवर दास झारखंड के पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री बने. शायद ही किसी ने सोचा होगा कि बीजेपी किसी गैर आदिवासी चेहरे को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपेगी, लेकिन रघुवर दास ने सीएम पद पर रहते हुए संगठन को मजबूत बनाने का काम किया. हालांकि 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 26 सीटों पर जीत मिली और प्रदेश में गठबंधन की सरकार आ गई. जिसके बाद रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया, लेकिन विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर से झारखंड की राजनीति में रघुवर दास की वापसी के कयास लगाए जा रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
2024 लोकसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी को बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी. मरांडी प्रदेश के सक्रिय आदिवासी नेता हैं, बावजूद इसके उनके नेतृत्व को लेकर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, झारखंड में आदिवासियों के लिए आरक्षित पांच सीटों में से बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी को एक सीट पर भी जीत हासिल नहीं हुई. वहीं, खुद पार्टी के कई नेता मरांडी के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं.दुमका लोकसभा सीट से हार के बाद सीता सोरेन ने भी बाबूलाल मरांडी पर सवाल उठाए. अब देखना यह है कि लोकसभा में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद क्या बीजेपी दोबारा मरांडी पर भरोसा जताएगी?
अर्जुन मुंडा को मिलेगी झारखंड की कमान!
लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा खूंटी लोकसभा क्षेत्र से बुरी तरह हार गए. उन्हें करीब 1.49 लाख वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद अर्जुन मुंडा की गिनती देश के बड़े आदिवासी नेता में की जाती है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अर्जुन मुंडा खरसावां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. अब देखना यह है कि बीजेपी अर्जुन मुंडा के चेहरे पर दांव खेलती है या नहीं?
हालांकि राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो बीजेपी इस बार पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ सकती है और जीत के बाद किसी नए चेहरे को प्रदेश की कमान सौंप सकती है.
HIGHLIGHTS
- विधानसभा चुनाव में NDA का CM चेहरा कौन?
- मरांडी, मुंडा या रघुवर दास किसे मिलेगा मौका!
- नए चेहरे पर भी भाजपा खेल सकती है दांव
Source : News State Bihar Jharkhand