झारखंड विधानसभा का 28 जुलाई से मानसून सत्र शुरू हो चुका है. यह सत्र 4 अगस्त तक चलेगा. वहीं, सत्र की शुरुआत ही हंगामेदार रही और उसके दूसरे दिन भी सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गई. सोमवार सुबह सदन की कार्यवाही जैसे ही 11 बजे शुरू हुई, तो सत्ता पक्ष के विधायकों ने मणिपुर की घटना का जिक्र करते हुए बीजेपी को घेरने लगी. वहीं, विपक्ष राज्य सरकार को राज्य की विधि व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर घेरने के लिए तैयार थी. बीजेपी के सभी विधायक सूबे के कानून व्यवस्था के सवाल पर बेल में पहुंच कर नारेबाजी करने लगे.
मंगलवार सुबह 11 बजे तक सदन स्थगित
बीजेपी विधायक अमर बाउरी ने सदन में झारखंड के कानून व्यवस्था पर चर्चा कराने की मांग की और कहा राज्य सरकार को अविलंब इस्तीफा देना चाहिए. विपक्ष के शोर शराबा और बेल में नारेबाजी करने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
शून्यकाल में पूछा सवाल
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही जब दोपहर 12 बजे शुरू हुई तो एक बार फिर बीजेपी के विधायकों ने राज्य के विधि व्यवस्था और स्थानीय नियोजन नीति की मांग को लेकर हंगामा किया. प्रदर्शन करते हुए बीजेपी के विधायक व्हेल में जा पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर धरना दिया. वहीं, शून्य काल के दौरान विधायकों द्वारा विभिन्न मुद्दों को उठाया. बता दें कि शून्य काल के बाद सदन की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश
जोरदार हंगामे के बीच झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 11,988 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया है. आपको बता दें कि झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन भी सदन के बाहर पक्ष और विपक्ष दोनों का जमावड़ा नजर आया. भाजपा जहां नियोजन नीति और विधि व्यवस्था को लेकर हेमंत सरकार को घेरने में लगी है तो वहीं सत्ता पक्ष भी इंडिया के बैनर तले आई और मणिपुर में हो रही घटना को लेकर भाजपा के खिलाफ विरोध दर्ज किया.
HIGHLIGHTS
- झारखंड विधानसभा में जोरदार हंगामा
- मंगलवार सुबह 11 बजे तक सदन स्थगित
- 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट पेश
Source : News State Bihar Jharkhand