झारखंड में विधानसभा चुनाव सिर पर हैं, इस बीच मुख्य पुलिस आयुक्त अनुराग गुप्ता को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय सिंह ने उनकी जगह पदभार संभाला है. लेकिन ऐसा क्यों हुआ और आयोग ने सख्त फैसला किस लिए लिया आइए जानते हैं...
दरअसल, अनुराग गुप्ता के खिलाफ कई तरह की शिकायतें चुनाव आयोग को मिल रही थीं, उसे देखते हुए यह कार्रवाई की गई है. आयोग के आदेश में कहा गया था कि अनुराग गुप्ता को तुरंत डीजीपी पद से छुट्टी दी जाए और कैडर में उपलब्ध सबसे सीनियर डीजीपी लेवल के अफसर को जिम्मेदारी सौंपी जाए.
पिछले चुनावों के दौरान उनके खिलाफ आयोग ने कार्रवाई की थी जिसे ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. इसके अलावा भी उनके खिलाफ कई शिकायतें मिल चुकी हैं.
2019 में भी विवाद में रहे थे डीजीपी अनुराग
इससे पहले 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी डीजीपी अनुराग विवादों में रहे थे. उनके ऊपर झारखंड मुक्ति मोर्चा के पक्ष में काम करने का आरोप लगा था. चुनाव आयोग ने उन्हें एडीजी स्पेशल पद से हटा दिया था. उस समय, उन्हें दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय में फिर से नियुक्त किया गया और चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक झारखंड लौटने पर रोक दिया गया था.
2016 में दर्ज हुआ केस
इसके अलावा, 2016 में झारखंड से राज्यसभा के चुनावों के दौरान भी उनके खिलाफ शिकायतें आई थीं. उस वक्त वे अतिरिक्त डीजीपी का पद संभाल रहे थे. उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगे थे. आयोग ने एक जांच समिति का गठन किया था, जिसमें उन पर लगे ज्यादातर आरोप सही पाए गए थे. उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था.