H3N2 वायरस को लेकर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रिम्स, सदर हॉस्पिटल के साथ-साथ डॉक्टरों से जुड़े एसोसिएशन के साथ एक बैठक की. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ये फ्लू का एक रूप है. इसमें डरने की आवश्यकता नहीं है. राज्य सरकार गंभीर है. राज्य में अब तक कोई मामला नहीं आया है. डॉक्टरों के साथ चर्चा हुई है. हम पूरी तरह से कोविड के बाद से ही सजग हैं. हमारे पास पर्याप्त बेड, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन प्लांट, आरटीपीसी आर लैब समेत सब कुछ तैयार है, डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. थोड़ा भी लगेगा तुरंत संज्ञान में लेकर लग जायेगें. हमने नजरें टीका कर रखा है. सरकार गंभीरता से पहल करेगी. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था बहाल करने समेत विभिन्न विषयों पर आईएमए व झासा के सदस्यों, रिम्स के वरीय चिकित्सकों के संग रांची स्थित आवासीय कार्यालय में बैठक की.
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H3N2 वायरस को लेकर बैठक
बैठक में मेडिकल प्रोटेक्शन बिल, क्लिनिक प्रोटेक्शन एक्ट के साथ रिम्स और विभिन्न अस्पतालों की व्यवस्था को बेहतर बनाने पर सहमति बनी है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट पर सीएम के साथ विमर्श कर जल्दी ही इसे आगे बढ़ाया जाएगा. डॉक्टर भारती कश्यप ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ सकारात्मक बात हुई है. सीएम के साथ विमर्श करेंगे. क्लीनिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर भी सरकार गंभीर है. आईएमए सचिव डॉक्टर प्रदीप ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट, क्लीनिक प्रोटेक्शन एक्ट के साथ-साथ हाल के दिनों में राज्य के अलग-अलग जिलों में डॉक्टरों के साथ घटी घटनाओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के साथ सकारात्मक बैठक हुई है. फिलहाल डॉक्टरों ने 13 मार्च से प्रस्तावित हड़ताल को डॉक्टरों ने स्थगित करने का निर्णय लिया है.
वायरस को लेकर राज्य सरकार गंभीर
वहीं आईएमए सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि इस पर बहुत सारी बातें आ रही है. ये फ्लू का ही वैरिएंट है. राज्य में कोई मामला नहीं आया है. कोई सीरियस केस नहीं मिला है. अगर लक्षण आता है तो सावधानी बरतनी होगी. हाइजीन मेंटेन कर डॉक्टर से मिलना है और उचित परामर्श लेना है.
रांची सदर अस्पताल के डॉक्टर विमलेश ने बताया कि इसका नाम हांगकांग डिजीज है, ये इन्फ्लूएंजा का वेरिएंट है. इससे डरने की आवश्यकता नहीं है. सदर अस्पताल भी इसके इलाज के लिए सक्षम है. सदर अस्पताल पूरी तरह से तैयार है. रिम्स के डॉक्टर मनोज ने बताया कि इससे जुड़े जांच के किट बहुत कम हैं. प्राइमर उपलब्ध कराने की मांग हमने की है. ये किट का प्राइमर झारखंड में उपलब्ध नहीं है. हमने इसकी मांग की है, पर घबराने की आवश्यकता नहीं है. इससे जुड़े मामले का सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजा जायेगा.
HIGHLIGHTS
- झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने H3N2 वायरस को लेकर की बैठक
- कहा- राज्य सरकार वायरस को लेकर गंभीर
- घबराने की जरूरत नहीं
Source : News State Bihar Jharkhand