झारखंड विधानसभा चुनाव की शंखनाद झारखंड विधानसभा चुनाव की शंखनाद की तैयारी चल रही है. इलेक्शन कमिशन 24 जिला में होने वाले चुनाव और विधानसभा की प्रक्रिया पर पतरातु रिसॉर्ट अहम बैठक कर चुकी है. तैयारी को लेकर झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. चुनाव लड़ने वाले और राजनीतिक पार्टियों दोनों ने कमर कस रखी है. इसी बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा की सीट बढ़ाने के लिए राज्य में आभार यात्रा करेंगे. इस यात्रा के दौरान झारखंड के 24 जिलों का भ्रमण करेंगे जिसमें 81 विधानसभा सीट शामिल हैं.
इन सभी विधानसभा सीटों पर ED की अब तक की कार्रवाई और भारतीय जनता पार्टी की साजिश जेल में पांच महीने बीतने का वक्त झारखंड की जनता से साझा करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने यात्रा के दौरान झारखंड की जनता से सहानुभूति कभी अपेक्षा करेंगे और राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार वापसी हो इस पर भी राज्य की जनता से रायशुमारी करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड के 24 वर्ष में सबसे अधिक भाजपा ने शासन किया है. दम है तो भाजपा के लोग खुले मंच पर डिबेट करें मैं उन्हें जवाब दूंगा. मैं झारखंड की जनता से अपील करता हूं कि वह भी इस डिबेट में शामिल हो ताकि भाजपा के किए गए साजिश और षड्यंत्र को आगामी विधानसभा चुनाव 2024 में विफल हो सके.
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आभार यात्रा को राजनीति की अंतिम यात्रा कहा
कोई भारतीय जनता पार्टी के झारखंड के शीर्ष नेताओं ने हेमंत सोरेन के आभार यात्रा को राजनीति की अंतिम यात्रा कहा है. भाजपा के नेताओं ने कहा है कि झारखंड चुनाव के मोड पर खड़ा है. इसलिए हेमंत सोरेन घबरा गए हैं कि हमारी सरकार ना चली जाए. इसलिए सत्ता के लालच में आकर सीधे-साधे मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को पूर्व मुख्यमंत्री बनाने का काम किया. इन्हें राज्य की जनता से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि सिर्फ सत्ता का सुख भोगना है और सरकारी सुविधा के साथ भ्रष्टाचार में झारखंड को जलने देने का काम करना है.
ED ने हेमंत सोरेन पर अपनी कार्यवाही की है जिसके कारण भ्रष्टाचार के आरोप में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में भी रहे हैं. अभी उन्हें कोर्ट से सिर्फ बेल दी गई है. कार्रवाई पूरे तरीके से समाप्त नहीं हुई है और इन्हें क्लीन चिट भी नहीं मिला है. ED सुप्रीम कोर्ट गई हुई है कभी भी इनकी बेल रद्द हो सकती है और पुनः जेल में नजर आ सकते हैं. इसलिए आभार यात्रा नहीं बल्कि हेमंत सोरेन की राजनीति का यह अंतिम यात्रा होगी.
Source : News Nation Bureau