झारखंड की जनता मौसम की मार से परेशान है. जहां कहीं-कहीं तो बारिश हो रही है, लेकिन कुछ जिलों में सुखाड़ जैसे हालात बन गए हैं जिसके चलते धान की फसल पर संकट मंडराने लगा है. प्रदेश में इस बार जितनी बारिश होनी चाहिए उससे लगभग 40% तक कम बारिश हुई है. ऐसे में किसानों को भी फसल खराब होने का डर सताने लगा है. झारखंड में अब तक खेती के लिहाज से अच्छी बारिश हुई नहीं है. पूरे झारखंड में अब तक लगभग 40% कम बारिश हुई है. इंद्र देव की नाराजगी का असर सीधा खेतों पर दिखाई देने लगा है और पूरा झारखंड एक बार फिर सुखाड़ की चपेट में जाता दिख रहा है. धान का बिचड़ा खेत में बुआई की राह देख रहा है.
इन जिलों में बारिश की संभावना
हालांकि झारखंड के किसानों का इंतजार अब खत्म होता दिख रहा है. मौसम विभाग ने कुछ जिलों में अच्छी बारिश की संभावना जताई है. यानी झारखंड में एक बार फिर मानसून सक्रिय होने वाला है. मौसम विभाग के मुताबिक गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, चतरा, हजारीबाग, रांची, खूंटी और सरायकेला में अच्छी बारिश की संभावना है.
किसानों को सता रहा फसल खराब होने का डर
प्रदेश के कुछ जिलों में तो बारिश शुरू भी हो गई है, लेकिन कुछ जिले अभी भी बारिश की राह देख रहे हैं. अगर इन जिलों में बारिश नहीं हुई तो इस साल भी झारखंड सुखाड़ से जूझ सकता है. राज्य सरकार अभी से आकलन में जुट गई है. हालांकि किसानों के साथ ही शासन प्रशासन भी उम्मीद में है कि 15 अगस्त तक अच्छी बारिश हो. क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है कि तो झारखंड सूखे की चपेट में आ जाएगा.
रिपोर्ट : कुमार चन्दन
HIGHLIGHTS
- मौसम की मार... अन्नदाता लाचार
- कहीं हो रही बारिश... कहीं सुखाड़
- धान की फसल पर संकट
- किसानों को सता रहा फसल खराब होने का डर
Source : News State Bihar Jharkhand