झारखंड सरकार की मदद से गुमला जिले में बच्चों को तकनीकी शिक्षा देने के मकसद से स्थापित पॉलिटेक्निक कॉलेज इन दिनों बदलाव की कहानी लिख रहा है. गुमला के बच्चों को हुनरमंद बनाते हुए देश के विकास में उनकी क्षमता को लगाने में जुटा हुआ है. जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी इस तरह की पहल को काफी बेहतर मानते हुए हर संभव सहायता का भरोसा दे रहे हैं. कुछ साल पहले तक गुमला जिले की पहचान अपराधियों और नक्सलियों से हुआ करती थी, लेकिन अब झारखंड सरकार की एक पहल ने गुमला की इस छवि को बदलने का ना सिर्फ काम किया है बल्कि एक नई कहानी लिखी जा रही है.
गुमला की बदल रही है पहचान
झारखंड सरकार की पहल के बाद गुमला जिले में स्थापित पॉलिटेक्निक कॉलेज बच्चों को हुनरमंद बना रहा है. गुमला के बच्चे पूरी तरह से सकारात्मक ऊर्जा के साथ कई तरह के नए-नए आविष्कार करने में जुटे हुए हैं. कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली पॉलिटेक्निक कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में जहां पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों ने कई तरह के मॉडल बनाकर अपनी प्रतिभा को दिखाने की कोशिश की, इसमें बच्चों ने जहां आर्मी के लिए कैसे सुरक्षा कवच बनाया जा सकता है. उसको अपने मॉडल में दर्शाने का काम किया है. वहीं, कई ड्रोन बनाए गए हैं. जो विपरीत हालत में देश की सुरक्षा के लिए और जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं. पॉलिटेक्निक कॉलेज में लगाई गई इस प्रदर्शनी को देखने के लिए जिले के डीसी कर्ण सत्यार्थी जब पहुंचे तो उन्होंने भी इस बात को महसूस किया कि गुमला बदलाव की नई कहानी लिखी जा रही है.
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युवाओं को मिल रहा तकनीकी ज्ञान
वहीं, पॉलिटेक्निक कॉलेज के निर्देशक अभिजीत कुमार की माने तो गुमला के बच्चों में काफी क्षमता है. बस सिर्फ उन्हें सही दिशा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से मिल रहा सहयोग गुमला पॉलिटेक्निक को एक नई ऊंची पर पहुंचने का काम करेगा. गुमला पॉलिटेक्निक में 700 बच्चे अलग-अलग ट्रेडों में डिप्लोमा की पढ़ाई कर रहे हैं और तकनीकी के प्रति खुद को ना सिर्फ जागरूक बना रहे हैं बल्कि नए-नए अविष्कार के लिए उनकी इच्छा शक्ति भी दिखाई दे रही है.
पॉलिटेक्निक कॉलेज बना छात्रों के लिए वरदान
गुमला पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के अंदर किस तरह से तकनीकी ज्ञान में बढ़ोतरी हो रही है. इस बात को जानने के लिए उनके अभिभावक भी इस कार्यशाला में मौजूद थे उन्होंने भी अपने बच्चों की प्रतिभा की जमकर प्रशंसा की है. पॉलिटेक्निक कॉलेज में ताना भगत समुदाय के 40 से ज्यादा बच्चे भी तकनीकी शिक्षा ले रहे हैं. जिससे इस समुदाय के लोगों में भी खुशी है. टाना भगत समुदाय के लोगों का मानना है कि सरकार की पहल के बाद और स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से उनके बच्चे भी आज इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं जो उनके लिए खुशी की बात है.
अब गुमला के प्रतिभा का देश में होगा सम्मान
झारखंड सरकार की पहल के साथ ही जिला प्रशासन के पूरे सहयोग के साथ जिस तरह से गुमला पॉलिटेक्निक स्थानीय बच्चों को बेहतर हुनरमंद बनाने में लगा हुआ है उसे निश्चित रूप से गुमला की पहचान बदलने वाली है. कल तक युवाओं के भटकाव और अलगाव के लिए जाना जाने वाला गमला आज पूरी तरह से युवा शक्ति को राष्ट्र के नवनिर्माण में लगाने में जुटा हुआ है. अब युवाओं की पूरी शक्ति देश को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है, जो गुमला की सकारात्मक पहचान को बताने के लिए काफी है.
HIGHLIGHTS
- गुमला की बदल रही है पहचान
- युवाओं को मिल रहा तकनीकी ज्ञान
- पॉलिटेक्निक कॉलेज बना छात्रों के लिए वरदान
Source : News State Bihar Jharkhand