Jharkhand News: बोकारो में NIA का एक्शन, बच्चा सिंह के घर मारी रेड
मजदूर संगठन समिति के महासचिव बच्चा सिंह के आवास पर NIA ने छापेमारी की. इस दौरान NIA के अधिकारियों ने कई कागजात को खंगाला और कई कादजात अपने साथ ले गए. इस दौरान उन्होंने छापेमारी के पहले कोई नोटिस नहीं देने का आरोप लगाया.
मजदूर संगठन समिति के महासचिव बच्चा सिंह के आवास पर NIA ने छापेमारी की. इस दौरान NIA के अधिकारियों ने कई कागजात को खंगाला और कई कादजात अपने साथ ले गए. वहीं, छापेमारी को लेकर बच्चा सिंह ने बताया कि NIA ने संगठन के लेटर पैड मजदूर यूनियन के पंपलेट, झारखंड जन संघर्ष मोर्चा के कागजात और रजिस्टर को भी साथ ले गई है. इस दौरान उन्होंने छापेमारी के पहले कोई नोटिस नहीं देने का आरोप लगाया. जिसके चलते छापेमारी की वजह पता नहीं चल पाया है.
नक्सली संगठन बताकर कर दिया था प्रतिबंधित
आपको बता दें कि दिसंबर 2017 में रघुवर दास सरकार ने इस मजदूर संगठन को नक्सली संगठन बताकर प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन बाद में कोर्ट ने संगठन से प्रतिबंध हटा दिया था. मजदूर संगठन समिति के जनरल सेक्रेटरी बच्चा सिंह समेत दो लोगों को बोकारो पुलिस ने 2018 मे गिरफ्तार भी किया था. बच्चा सिंह को सियालजोरी थाना क्षेत्र के पर्वतपुर से गिरफ्तार किया गया था. इन्हें नक्सली विचारधारा को बढ़ावा देने और उसके प्रचार के लिए चंदा जुटाने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था.
छापेमारी के पहले नहीं दिया गया था नोटिस
बच्चा सिंह ने बताया कि एनआईए ने संगठन के लेटर पैड मजदूर यूनियन के पंपलेट, झारखंड में कई संगठनों को मिलकर बनाई गई झारखंड जन संघर्ष मोर्चा के कागजात और रजिस्टर को भी साथ ले जाने का काम किया है. बच्चा सिंह ने बताया कि छापेमारी के पूर्व एनआईए के द्वारा किसी प्रकार की कोई नोटिस नहीं दिया गया था.
22 दिसंबर, 2017 को बच्चा सिंह का मजदूर संगठन समिति बैन भाकपा (माओवादी) का नक्सली संगठन बताकर किया गया था बैन रघुवर दास सरकार ने मजदूर संगठन समिति को किया था बैन पुलिस ने साल 2018 में बच्चा सिंह समेत दो लोगों को किया था अरेस्ट सियालजोरी थाने के पर्वतपुर से बच्चा सिंह की हुई थी गिरफ्तारी नक्सली विचारधारा को बढ़ावा देने के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी बच्चा सिंह पर नक्सली के लिए चंदा जुटाने का भी था आरोप सबूत के अभाव में HC से मजदूर संगठन समिति से हटा था बैन