Jharkhand Politics News: रांची पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार न केवल भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, बल्कि अपने ही मंत्रियों की जासूसी कर रही है. शिवराज सिंह ने विशेष रूप से चंपाई सोरेन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अपमानित किया गया और उनके साथ किया गया व्यवहार किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए शर्मनाक है.
चंपाई सोरेन का अपमान और जासूसी के आरोप
आपको बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चंपाई सोरेन का अपमान किया और उनकी जासूसी करवाई. उन्होंने कहा, ''चंपाई सोरेन ने राज्य को पटरी पर लाने की कोशिश की, भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हुए, लेकिन उन्हें इसके बदले अपमान का सामना करना पड़ा. इस सरकार ने उन्हें इस हद तक आहत किया कि उन्होंने जेएमएम को छोड़ दिया.'' शिवराज ने कहा कि जेएमएम अब 'जासूसी मोर्चा' बनकर रह गई है, जहां मुख्यमंत्री अपने ही मंत्रियों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं और उनकी जासूसी करवा रहे हैं.
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झारखंड की स्थिति पर गहरी चिंता
वहीं शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड की वर्तमान स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, ''झारखंड पूरी तरह तबाह और बर्बाद हो गया है. सत्ताधारी पार्टी के लोगों के घरों से नोटों के ढेर बरामद हो रहे हैं, जो झारखंड की जनता की लूट की दास्तान को बयान कर रहे हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा आदिवासी भाई-बहनों की जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है और बेटियों से शादी करके जमीनें छीनी जा रही हैं. भ्रष्टाचार और जुल्म का यह सिलसिला अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है.''
बीजेपी का दावा - 'इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे'
साथ ही आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट किया कि बीजेपी इस भ्रष्ट और जासूसी से भरी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा, ''इस सरकार के अंतिम दिन आ गए हैं. बीजेपी झारखंड को बचाने के लिए इस सरकार को उखाड़कर फेंक देगी. अब झारखंड की जनता को इस भ्रष्ट और दमनकारी शासन से मुक्ति दिलाने का समय आ गया है.''
इसके अलावा आपको बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के इस बयान ने झारखंड की राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है, जहां बीजेपी और जेएमएम के बीच टकराव और तेज होने की संभावना है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर लगाए गए गंभीर आरोप निश्चित रूप से आने वाले दिनों में राजनीतिक चर्चा के केंद्र में रहेंगे.