आज यानि 10 अप्रैल 2023 को छात्र संगठनों द्वारा झारखण्ड बंद का आह्वान किया है. वहीं, रविवार को मशाल जुलूस राँची विश्वविद्यालय से अल्बर्ट एक्का चौक तक छात्र संगठनों द्वारा निकाला गया था. झारखंड यूथ एसोसिएशन द्वारा मशाल जुलूस निकालने के बाद संगठन के पदाधिकारी इमाम शफी ने जुलूस के बाद पत्रकारों से बातचीत में मशाल जुलूस को लेकर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वर्गीय जगरनाथ महतो के सपने को पूरा करना है. खतियान आधारित नियोजन नीति लाने के लिए ही संगठन द्वारा झारखण्ड बंद का एलान किया गया है. स्वर्गीय जगरनाथ का सबसे बड़ा सपना 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करना था लेकिन इसे पूरा किया गया है औऱ हम तमाम झारखण्डी व जगरनाथ के चाहने वालों का अब ये कर्तव्य बनता है कि उनके अधुरे सपने को साकार करने के लिए झारखंड यूथ एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन करें और इसमें अपनी सहभागिता निश्चित करें.
बता दें कि सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद का आह्वान किया गया है. बंद बुलाने वाले संगठनों में झारखंड यूथ एसोसिएशन के साथ साथ झारखंड उलगुलान मार्च, पंचपरगना फाइटर, आदिवासी छात्र संघ, आमया और आदिवासी मूलवासी संगठनों का नाम भी शामिल है. रविवार को मशाल जुलूस निकालने के बाद झारखंड यूथ एसोसिएशन के इमाम शफी ने सूबे की हेमंत सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में लूट जारी है. 60/40 वाली नियोजन नीति के आधार पर सरकार बहाली निकाल रही है ताकि झारखंड के बाहर के ज्यादा लोगों को झारखंड में नौकरी मिल सके. खतियान आधारित स्थानीय-नियोजन नीति की मांग को लेकर आंदोलन भी किया जा रहा है लेकिन हेमंत सरकार झारखंड के लोगों का भला नहीं चाह रही है. शफी ने कुछ छात्र नेताओं पर आंदोलन को टालने के लिए षणयंत्र करने का भी आरोप लगाया.
वहीं, जिला प्रशासन से परमिशन के बारे में पूछे जाने पर शफी ने कहा कि हमने प्रशासन को सूचना दे दी थी. बंदी कार्यक्रम हर हाल में रखा जाएगा, इसे टाला नहीं जाएगा. दूसरी तरफ झारखंड बंद को देखते हुए रांची के सभी स्कूलों को आज के लिए बंद रखने के आदेश जारी किए गए है.
HIGHLIGHTS
- छात्र संगठनों ने बुलाया झारखंड बंद
- 60/40 नियोजन नीति के विरोध में बुलाया गया है बंद
Source : News State Bihar Jharkhand