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नक्सली बना पत्रकार, हथियार छोड़ थामा कलम

झारखंड में नक्सली और उग्रवादी काफी सक्रिय रहते हैं. वहीं, राज्य की सरकार व पुलिस की लगातार कोशिश और मुहिम ने ना जाने कितने नकस्लियों को आत्मसमर्पण करने को प्रेरित कर दिया है.

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Vineeta Kumari
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नक्सली बना पत्रकार( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

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झारखंड में नक्सली और उग्रवादी काफी सक्रिय रहते हैं. वहीं, राज्य की सरकार व पुलिस की लगातार कोशिश और मुहिम ने ना जाने कितने नकस्लियों को आत्मसमर्पण करने को प्रेरित कर दिया है. पुलिस की लगातार दबिश से जहां उग्रवादी और नक्सली संगठनों के पैर उखड़ने लगे हैं तो वहीं राज्य सरकार की आत्मसमर्पण नीति से ना जाने कितने लोग प्रभावित होकर अपने हथियार डाल रहे हैं. लातेहार में भी कई उग्रवादी और नक्सली हथियार डाल आत्मसमर्पण कर चुके हैं, लेकिन आज हम बात प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर संजय प्रजापति की कर रहे हैं.

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हथियार छोड़ संजय प्रजापति ने थामा कलम 

दरअसल, हमारी इस खास रिपोर्ट के विलेन और हीरो दोनों ही किरदार सजंय प्रजापति ही निभा रहे हैं. आपको ये बता दें कि आखिर संजय प्रजापति कौन है. संजय प्रजापति मूलरूप से लातेहार के छिपादोहर थाना क्षेत्र अंतर्गत नावाडीह के निवासी है. बता दें कि साल 2016 में संजय ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी में शामिल हुआ था. बाद में उन्हें संगठन में सबजोनल कमांडर बना दिया गया, जिसके बाद इलाके में लगातार संजय की धमक देखी जाती थी.

अपराध की दुनिया को संजय ने कहा अलविदा

वहीं, उसका कार्य क्षेत्र लातेहार जिले के गारू और महुआडांड़ इलाके में था. इस दौरान उसके खिलाफ छिपादोहर थाना में 2 आपराधिक मामले भी दर्ज किए गए थे. सरकार ने संजय पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. संजय ने संगठन में रहकर ही शादी भी रचा ली. कहते हैं कि संजय ने समाज की भलाई और अन्याय करने वाले से लड़ाई के लिए संगठन ज्वाइन किया था.

जेल से निकलने के बाद संजय ने किया पत्रकारिता शुरू

वहीं, संजय को थोड़े समय बाद महसूस हुआ कि हथियार से किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है. यहीं सोचते हुए संजय ने 16 जुलाई, 2022 को संगठन छोड़कर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. जिसके बाद पुलिस के द्वारा घोषित इनाम की राशि समेत अन्य लाभ दिए गए. जेल से निकलने के बाद संजय ने एक हिंदी अखबार में पत्रकारिता शुरू कर दिया और आज खुशहाल जीवन यापन कर रहा है. इस बात को लेकर संजय ने हथियार छोड़कर समाज हित में काम करने के लिए कलम उठाया है. हर कोई संजय की तारीफ करता दिख रहा है.

HIGHLIGHTS

  • हथियार छोड़ संजय प्रजापति ने थामा कलम 
  • अपराध की दुनिया को संजय ने कहा अलविदा
  • जेल से निकलने के बाद संजय ने किया पत्रकारिता शुरू

Source : News State Bihar Jharkhand

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