सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो चुकी है. झारखंड में दुमका के बासुकीनाथ धाम में कांवाड़ियों आगमन शुरू हो चुका है. बिहार के सुल्तानगंज से कांवड़ में जल लेकर 105 किमी पैदल पहले देवघर के बाबा वैद्यनाथ धाम, फिर फ़ौजदारी बाबा बाबा बासुकीनाथ धाम में कांवड़िये जलार्पण करते हैं. वहीं, जिले में दो महीने तक चलने वाले राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव का उद्घाटन झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने जिले के तमाम प्रशासन के बीच किया.
दो महीने चलेगा मेला
आपको बता दें कि 19 साल बाद सावन का ये मेला दो महीने तक चलेगा और इसमें 8 सोमवार पड़ेंगे. दो फेज में होने वाले श्रावणी के पवित्र महीने का पहला फेज 4 जुलाई से शुरू होकर 17 जुलाई तक चलेगा. फिर दूसरा फेज 17 अगस्त से 31 जुलाई तक चलेगा. 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहेगा. वहीं, सावन महीने को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से भव्य तैयारी की गई है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
दूर से आने वाले कांवड़ियों को सुलभ जलार्पण के लिए अर्घ्य सिस्टम और जलार्पण काउंटर बनाए गए हैं. ताकि अधिक से अधिक कांवड़िये जलार्पण कर सके. जबकि सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बल, NDRF, बम निरोधक दस्ता तैनात किया गया है. इसके अलावा पूरे मेले क्षेत्र में CCTV, ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं ताकि देश के कोने-कोने से आने वाले कांवड़ियों को सुरक्षा को लेकर कोई परेशानी नहीं हो. इसके साथ ही कांवड़ियों की सुविधा को धयान में रखते हुए टेंट सिटी, पेयजल, साफ सफाई और स्वास्थ्य जांच की सुविधा की व्यवस्था की है ताकि भक्त यहां से सुखद अनुभव लेकर जा सके.
HIGHLIGHTS
- दुमका के बासुकीनाथ धाम में कांवाड़ियों का आना शुरू
- 19 साल बाद दो महीनों के लिए सजा मेला
- सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं
- पुलिस बल, NDRF, बम निरोधक दस्ता तैनात
Source : News State Bihar Jharkhand