कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. इस बीच कांग्रेस के घोषणा पत्र ने सियासी गर्माहट बढ़ा दी है. कांग्रेस ने चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने बजरंग दल, पीएफआई और ऐसे ही ‘नफरत पैदा करने वाले’ अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया है. इसके बाद बीजेपी के साथ ही हिंदू संगठनों ने भी कांग्रेस का विरोध करते हुए जोरदार हमला बोला है. कर्नाटक से शुरू हुई यह राजनीति रांची तक पहुंच चुकी है. रांची सांसद संजय सेठ ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि ये तो 'अतीक जी' बोलने वाले लोग हैं. कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जिसे भगवान राम पर भारतीय सेना पर और ना ही जनता पर विश्वास है. ये तो चुनाव आयोग और ईवीएम पर भी विश्वास नहीं करते, तो ये बजरंगबली पर कहां से विश्वास करेंगे. सेठ ने कांग्रेस की मानसिकता पर ही सवाल खड़ा कर दिया.
कांग्रेस लगातार कर रही हिंदू विरोधी कार्य
वहीं, बजरंग दल के संयोजक प्रकाश रंजन ने कहा कि कांग्रेस लगातार हिंदू विरोधी कार्य कर रही है, इसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा. एजेंडा के तहत कांग्रेस यह सब कुछ कर रही है. उन्हें तो बजरंग दल के बारे में कुछ पता ही नहीं, केवल हिंदूओं का छोटा कद करने के लिए कांग्रेस ऐसा कार्य कर रही है.
राम के नाम को बेचकर सत्ता में आई
वहीं, इस पर कांग्रेस ने कहा कि हरियाणा में बजरंग दल के जिला संयोजक पर व्यक्ति को जिंदा जलाकर मारने का आरोप है. बजरंगबली यही सिखातें हैं क्या? उन्होंने उल्टा भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, यह वही भारतीय जनता पार्टी है, जो राम नाम को बेचकर सत्ता में आई थी, जो राम को बेचकर सत्ता में आई हो, उसे बजरंगबली पर भरोसा कैसे हो सकता है? यह बजरंगबली के नाम पर अपनी दुकानदारी चलाना चाहते हैं.
कांग्रेस बजरंग दल पर अपना दाव चला रही
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव प्रचार प्रसार का दौर चल रहा है. एक खास समुदाय को खुश करने के चक्कर में कांग्रेस बजरंग दल पर अपना दाव चला रही है. देखना होगा कि कांग्रेस का यह दाव कितना फलीभूत हो पाता है. फिलहाल कांग्रेस के इस कदम का देशभर में हिन्दू संगठन विरोध कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- झारखंड में भी आई कर्नाटक के 'बजरंगबली' की लड़ाई
- कांग्रेस लगातार कर रही हिंदू विरोधी कार्य- बीजेपी
- राम के नाम को बेचकर सत्ता में आई बीजेपी- कांग्रेस
Source : News State Bihar Jharkhand