झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू इन दिनों काफी चर्चा में है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो आयकर विभाग की छापेमारी में अब तक 300 करोड़ रुपये की गिनती की जा चुकी है. इतना ही नहीं सोशल मीडिया से लेकर सारे न्यूज चैनलों पर अलमारियों में रखे नोटों की गड्डियों की तस्वीर वायरल हो रही है. यह कैश उनके झारखंड और ओडिशा स्थित आवास से बरामद किया गया है. इन कैश की गिनती 3 दिनों से हो रही है. खबरों की मानें तो कैश इतना ज्यादै है कि नोट गिनने के लिए 3 दर्जन मशीन मंगवाए गए थे, जो कम पड़ गई.
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, आईटी ने यह रेड बुधवार को ओडिशा के बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों पर की थी. जहां छापेमारी के दौरान यह सामने आया कि धीरज साहू भी इससे जुड़े हुए हैं. इसके अलावा बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर भी छापेमारी की गई, जिसका संबंध सीधे तौर पर धीरज साहू से है. जिसके बाद विभाग ने ओडिशा के बोलांगीर, संबलपुर समेत कई जगहों पर छापेमारी की. ओडिशा के साथ ही झारखंड में भी धीरज साहू के आवास पर आईटी की रेड पड़ी. अभी तक सांसद की तरफ से इस पर किसी प्रकार का कोई बयान नहीं आया है.
कौन है धीरज साहू
धीरज साहू का जन्म 23 नवंबर, 1955 को रांची में हुआ. उनके पिता का नाम राय साहब बलदेव और मां का नाम सुशीला देवी है. धीरज साहू तीन बार के राज्यसभा सांसद है. साल 2009 में वह पहली बार संसद के उच्च सदन में पहुंचे और जुलाई, 2010 में फिर से राज्यसभा सांसद बने. साल 2018 में धीरज तीसरी बार राज्यसभा संसद के लिए नामांकन भरा, जिसमें उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 34.83 करोड़ बताया. जिसमें उन्होंने यह भी बताया कि उन पर किसी प्रकार का कोई कानूनी मुकदमा दर्ज नहीं है. सांसद के घर से मिले पैसे की चर्चा पूरे देश में हो रही है. उनके अलमारी में मिले कैश के पैसे की तस्वीरें सोशल मीडिया साइट्स पर जमकर वायरल हो रही है. आईटी रेड ने हर किसी को चौंका कर रख दिया है.
HIGHLIGHTS
- धीरज प्रसाद साहू की बढ़ी मुश्किलें
- अलमारी से मिले 300 करोड़ कैश
- जानिए क्या है पूरा मामला
Source : News State Bihar Jharkhand