जानिए कौन है 13 पुलिसकर्मियों के चीथड़े उड़ाने वाला हार्डकोर नक्सली, पुलिस ने धर दबोचा
एंटी नक्सल अभियान में झारखंड की बोकारो पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने बारुदी सुरंग विस्फोट के आरोपी हार्डकोर नक्सली रामचंद्र सोरेन उर्फ चंद्रु को धर दबोचा है.
एंटी नक्सल अभियान में झारखंड की बोकारो पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने बारुदी सुरंग विस्फोट के आरोपी हार्डकोर नक्सली रामचंद्र सोरेन उर्फ चंद्रु को धर दबोचा है. नक्सली चंद्रु को न्यायिक हिरासत में तेनुघाट भेज दिया गया है. आपको बता दें कि 2006 में बारुदी सुरंग में 13 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जिसमें चंद्रु आरोपी था. इसके अलावा 25 दिसंबर 2014 में पेक से विष्णुगढ़ जाने वाले मार्ग पर जमुनियां-मानपुर के बीच पुलिया में पांच किलो का केन बम लगाने का भी आरोपी चंद्रु था. 2014 में ही विधानसभा चुनाव के दौरान बुडगडा पेक मार्ग पर बारूदी सुरंग बिछाने और 2015 में इसी मार्ग पर दस किलो का केन बम लगाने का भी आरोप है. इसके अलावा भी कई मामलों में चंद्रु की लगातार तलाश की जा रही थी. पुलिस इसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी, लेकिन चंद्रु हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था.
जमुनिया जंगल में छिपा था चंद्रु आपको बता दें कि एसपी चंदन झा को सूचना मिली कि चंद्रु ऊपरघाट में जमुनिया जंगल में है. इसके बाद घेराबंदी कर नक्सली चंद्रु को पकड़ा गया. गिरफ्तारी के दौरान चंद्रु के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है. गिरफ्तार नक्सली नावाडीह और बोकारो थर्मल थाना में कई मामलों में नामजद है. चंद्रु की गिरफ्तारी के बाद थाना प्रभारी सुमन कुमार ने मामले की जानकारी दी. थाना प्रभारी सुमन कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि हार्डकोर नक्सली रामचंद्र सोरेन के पेंक-नारायणपुर ऊपरघाट के जमुनिया में छुपे होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया गया और चंद्रु को गिरफ्तार कर लिया गया. कोर्ट ने चंद्रु को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
8 नक्सलियों ने किया था सरेंडर साथ ही आपको बता दें कि झारखंड पुलिस की आत्मसमर्पण नीति के चलते भी पुलिस को बड़ी सफलता मिल रही है. हाल ही में मिसिर बेसरा दस्ते के 8 नक्सलियों ने खुद को पुलिस के हवाले किया था. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 3 महिला और 5 पुरुष शामिल थे, जिन पर कई संगीन मामले दर्ज थे. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में जयराम बोदरा, सरिता सरदार, सोमवारी मुंडा, मार्टिन अंगरिया, कुसानु सिरका, रौशनी पूर्ति, तुंगीर पूर्ति और पातर कोडा शामिल हैं.