बोकारो का कसमार प्रखंड आने वाले कुछ सालों में जिले का सबसे बड़ा आम उत्पादन करने वाला प्रखंड बन जाएगा. यहां पांच सौ एकड़ में मल्लिका और आम्रपाली सहित विभिन्न प्रजाति के आम की बागबानी की जा रही है. कसमार प्रखंड में केवल बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना के तहत 386 एकड़ में आम की बागवानी की गई है. वहीं, कई किसानों ने अपनी जमीन पर करीब सौ एकड़ से अधिक भूमि पर आम की बागबानी की है. आदिवासी बाहुल गांव सुदी की महिलाओं के समूह ने भी 22 एकड़ भूमि पर आम की बागवानी की है, जो अब उन्हें मुनाफा भी दे रही है.
पांच सौ एकड़ में हो रही आम की बागवानी
बागवानी करने वाली इन महिलाओं की आम के उत्पादन से काफी लाभ मिला है. पहले ये लोग कुछ नहीं करते थे, लेकिन अब उन्हें हर साल 10 से 12 हजार आम की खेती से मिल रहे हैं और ये लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक आम की बागवानी के आंकड़े ग्राफिक्स के माध्यम से समझ लेते हैं.
आम की बागवानी
साल 2017-18 में 20 एकड़
साल 2018-19 में 02 एकड़
साल 2020-21 में 108 एकड़
साल 2021-22 में 100 एकड़
साल 2022-23 में 156 एकड़
आस-पास के लोग भी प्रेरित
प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक इन सभी जिले में सबसे अधिक बागबानी कसमार प्रखंड में ही हुआ है. महिलाओं की आम बागवानी की सफलता से गांव के अलावा आस-पास के लोग भी काफी प्रेरित हुए हैं. अब इसी को देखते हुए मनरेगा के तहत लोग कई एकड़ भूमि पर आम की बागवानी का काम शुरू कर रहे हैं.
बोकारो : संजीव
HIGHLIGHTS
- आम उत्पादक बनेगा कसमार प्रखंड
- जिले का सबसे बड़ा होगा आम उत्पादन प्रखंड
- मल्लिका और आम्रपाली की हो रही बागवानी
- पांच सौ एकड़ में हो रही आम की बागवानी
Source : News State Bihar Jharkhand